- रेल खंड पर पटरियों, सिग्नल-पॉइंट की मरम्मत करते रेल कर्मी।
इटारसी. ओडिशा के बालेश्वर ट्रेन हादसे को रेलवे मंत्रालय ने गंभीरता से लेते हुए इसे अपनी गलती मानते हुए अब आगे ऐसी दुर्घटना रोकने के निर्देश सभी महाप्रबंधकों को दिए हैं। खासकर पटरियों, सिग्नल-प्वाइंट और ओएचई की मरम्मत पर अधिक ध्यान देने को कहा है। इस निर्देश के बाद जबलपुर- इटारसी और जबलपुर- बिलासपुर रेल खंड में ब्लॉक लेकर मरम्मत का काम बढ़ा दिया कि इसका असर ट्रेनों की रफ्तार पर पड़ रहा है। 70 से 80 किमी प्रति घंटे की औसत से चलने वाली यात्री ट्रेनें अब 40 से 50 किमी प्रति घंटे की औसत रफ्तार पर आ पहुंची हैं। इस वजह से इटारसी होकर जाने वाली ट्रेनें घंटों लेट चल रही है।
खुद जीएम सुधीर गुप्ता कंट्रोल रूम में रोज दो घंटे बैठकर कार्यों की मानिटरिंग कर रहे हैं। हाल ही में जबलपुर क्षेत्र में भारी बारिश से उक्त दोनों रेल खंडों की पुलियों से मिट्टी खिसकने की घटना हुई। जबलपुर- कटनी और नरसिंहपुर- करेली के बीच पुलियों से मिट्टी का जमाव हटने के बाद मंडल ने इनका भी मरम्मत कार्य शुरू किया है, वही पटरियों की मरम्मत, सिग्नल प्रणाली, और खासकर ओएचई लाइनों के सुधार का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। इस कार्य के लिए जोन ने मेगा ब्लॉक ले रखी है.
रूट पर लिया गया कॉशन आर्डर
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि भोपाल और जबलपुर मंडल में ही इन दिनों 200 से ज्यादा ब्लॉक हैं, जिसमें पटरियों से लेकर सिग्नल और ओएचई की मरम्मत और देखरेख का काम चल रहा है। 100 से ज्यादा प्वाइंट और रूट पर कॉशन आर्डर यानि निर्धारित गति से कम रफ्तार में ट्रेनों को चलाने का निर्देश लागू है। इस वजह से जबलपुर से इटारसी होकर जाने वाली ट्रेनों में देरी हो रही हैं। इस कारण पिछले 15 दिनों से अमरकंटक, श्रीधाम, बांद्रा, वेरावल, इंटरसिटी समेत अन्य ट्रेनें विलंब से प्रस्थान कर रही है। इनमें से श्रीधाम दो बार री- शेड्यूल करनी पड़ी है।
जबलपुर मंडल में पटरियों से लेकर सिग्नल और ओएचई की मरम्मत और देखरेख के अलावा पुल- पुुलियों का मेंटनेंस काम हो रहा है। इस वजह से इटारसी और कटनी रेल खंड पर मेगा ब्लॉक लेकर काम करया जा रहा है। इसके कारण मंडल से चलने वाली ट्रेनें विलंब से छोड़ा जा रहा है। जल्दी ही ये काम पूरा हो जाएगा।-राहुल श्रीवास्तव, सीपीआरओ, पमरे, जबलपुर जोन