
गुजरात से आई नकली रेमडेसिविर : इस शहर की 3 मेडिकल फर्म सील, अस्पताल भी निशाने पर
जबलपुर/ नकली रेमडेसिविर बेचने के मामले में शनिवार को जबलपुर के तीन मेडिकल फर्म को सील किया गया है। आरोपियों से पूछताछ के बाद शङर के एक अस्पताल की भूमिका भी संदिग्ध पाई गई है। गुजरात के सबरत में हुए नकली रेमडेसिविर कंपनी पर छापे के बाद पकड़ में आए रीवा के रहने वाले सुनील मिश्रा के तार जबलपुर के सपन जैन से भी जुड़ गए हैं।
सपन ने सप्लाई किया अस्पताल
सपन को पुलिस द्वारा शुक्रवार को गिरफ्तार किया था। अब पता चला है कि, सुनील ने इंदौर में सपन को भी नकली रेमडेसिविर की सप्लाई दी थी। सपन ने ये इंजेक्शन सिटी अस्पताल में कार्यरत देवेश नामक युवक को दिया था। पुलिस को सपन की तलाश है।
सिटी अस्पताल के देवेश से था सपन का संपर्क
जबलपुर पुलिस की जांच में पता चला है कि, सपन का सिटी अस्पताल में कार्यरत देवेश से सीधा संपर्क था। सपन और देवेश के बीच इंजेक्शन लाने के संबंध में कई बार बातचीत भी हो चुकी है।
ये आरोप लगाए गए
सतेन्द्र ने पुलिस को बताया कि, सपन सिटी अस्पताल में दवाएं सप्लाई करता है। उसका 70 लाख का बिल बकाया था। उसने सपन को सीधे तौर पर सूरत से और अधिक नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन लाने की बात कह डाली।
गुजरात से लाया था रेमडेसिविर
गुजरात पुलिस ने नकली रेमडेसिविर खरीदने और सप्लाई के मामले में सुनील मिश्रा को गिरफ्तार किया था। सुनील का रीवा में दवाओं का बड़ा कारोबार है। सुनील को गिरफ्तार कर जब पूछताछ की गई, तो उसने सपन जैन का नाम बताया।पुलिस के अनुरास सुनील के साथ सपन भी सूरत गया था और वहां से नकली रेमडेसिविर लेकर जबलपुर आया था। पुलिस के ये जानकारी भी लगी है कि, सपन और सुनील ने ही इंदौर में भी ये इंजेक्शन बेचे थे। पुलिस ने सुनील की निशानदेही पर इंदौर के विजयनगर थाना क्षेत्र में भी छापामारी की थी।
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Published on:
09 May 2021 02:50 pm
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