Bargi Dam gate : शहर में जल संकट की आहट और रेलवे में पानी के संकट की खबर के चलते संभवत: पहली बार बरगी डैम के गेट खोले गए हैं। सामान्य तौर पर जब बरगी डैम का कैचमेंट एरिया पूरी तरह से भर जाता है और आवक अधिक होती है तभी पानी की निकासी के लिए बारिश में डैम के गेट खोले जाते हैं। ऐसा पहली बार देखने मिल रहा है कि निचले जलस्तर के बावजूद तीन गेट खोले गए हैं।
Bargi Dam gate
जानकारी के अनुसार एक गेट एक मीटर और दो गेट आधा-आधा मीटर तक खोले गए हैं। इन तीनों गेटों से 128 क्यूमिक पानी छोड़ा जा रहा है। जबकि शनिवार को बरगी डैम का जलस्तर 410.30 मीटर पर है। बरगी डैम कंट्रोल रूम के इंचार्ज शैलेंद्र राठौर ने बताया स्थानीय जिला प्रशासन की ओर से पानी छोड़े जाने को लेकर पत्र आया था, जिसके बाद नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण ने बांध के गेट खोलने का फैसला किया।
Bargi Dam gate
बरगी डैम के गेट खोले जाने की मुख्य वजह पावर प्लांट बंद होना है। डैम प्रबंधन के अनुसार बांध का पानी टनल से पावर प्लांट में पहुंचता है, जहां दो टर्बाइन से बिजली बनती है। लेकिन इन दिनों दोनों ही टर्बाइन बंद हैं। एक टर्बाइन पहले ही मेंटेनेंस की वजह से बंद थी, वहीं दूसरी इलेक्ट्रिक इंजीनियर और उनके साथियों की लापरवाही की वजह से बड़ा फाल्ट आने पर बंद हो गई है। इससे पावर प्लांट पूरी तरह से ठप्प हो गया है। अब तक इस पॉवर प्लांट से एक लाख यूनिट रोज बिजली बनती थी, जो फिलहाल बंद है। टर्बाइन बंद होने से नर्मदा में पहुंचने वाला पानी बंद है। जिसके चलते नर्मदा में जल स्तर बनाए रखने के लिए डैम के गेटों को खोला गया है। टर्बाइन के सुधार के बाद गेट बंद कर दिए जाएंगे।
पावर प्लांट में बिजली बनाने के बाद पानी नर्मदा में आता है, इनके बंद होने से नर्मदा की धार पतली हो गई, सामान्य जल स्तर भी गिरने लगा तो शहर को पानी उपलब्ध कराने वाले पंप हाउस भी सूखने लगे थे। जिसके बाद जिला प्रशासन की पहल पर जबलपुर कलेक्टर ने नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण के अधिकारियों से बात की और नर्मदा में पानी की धार बनाए रखने के लिए बरगी बांध के गेट खोलने का फैसला किया गया। अब जब तक पावर प्लांट की गड़बड़ी सुधार नहीं ली जाती, तब तक बांध के गेट खुले रहेंगे।
Updated on:
15 Jun 2025 03:26 pm
Published on:
15 Jun 2025 03:23 pm