युवती की शादी कराने वाले गिरोह के चार गुर्गे गिरफ्तार
दमोह के एक युवक से एक लाख में किया था सौदा
उसने पुलिस को बताया कि दीपिका ने फोन पर स्वयं को ससना तेंदूखेड़ा जिला दमोह में किसी गौरीशंकर के कब्जे में होना बताया। इसकी जानकारी एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा, एएसपी अमित कुमार को दी गई। गुम इंसान का मामला दर्ज कर थाना प्रभारी उमेश गोल्हानी की टीम ने मामले की जांच शुरू की। पुलिस टीम ने गौरीशंकर के घर से दीपिका को दस्तयाब किया। दीपिका ने बताया कि डाल सिंह ठाकुर नाम के व्यक्ति ने गौरीशंकर से पैसे लेकर उसकी शादी कराई थी।
फर्जी आधार कार्ड बनाया
गौरीशंकर तिवारी ने पूछताछ में बताया कि उसका विवाह नहीं हो रहा था। उसने डालसिंह ठाकुर नाम के व्यक्ति से सम्पर्क किया। डालसिंह ने उसे बताया कि अंजली दुबे नामक युवती के परिवार को एक लाख रुपए की जरूरत है। यदि वह एक लाख रुपए दे तो उसका विवाह हो जाएगा। इसके बाद डालसिंह ने युवती को तेंदूखेडा बुलाया। युवती ने अपना नाम अंजली दुबे बताया। युवती की रजामंदी के बाद 15 जुलाई को तेंदूखेडा में शपथ पत्र के आधार पर गांव के मंदिर में उसकी शादी हुई। शादी के चार दिन बाद युवती ने दूध में नींद की गोली मिलाकर भागने की कोशिश की। संदेह होने पर गौरीशंकर ने युवती के परिजन को बताया। पैसे देकर युवती को ले जाने के लिए कहा।