सिहोदा ग्राम पंचायत की सरपंच मीराबाई ने बताया जब वे चुनी गईं थीं, तब गांव में हर तरफ गंदगी और शराबखोरी हुआ करती थी। मना करने पर लोग अनसुनी कर बहस किया करते थे। पूरी पंचायत को स्वच्छ व सबसे अच्छी बनाने के लिए जिद पकड़ ली और सख्ती के साथ निर्णय लिए, जिसके बाद पूरी पंचायत एक आदर्श बनकर सबके सामने आई। यहां शराब मुक्ति, हर घर में शौचालय, स्वकराधान से राशि एकत्रित की और उसे गांव के विकास में खर्च कर सिहोदा पंचायत को आदर्श पंचायतों में शामिल कर दिया।