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bewafa sonam बेवफा सोनम गुप्ता जबलपुर में मिली, देखने वालों की लगी भीड़, आप भी देखें

बहस का मुद्दा नहीं थी सोनम गुप्ता, लोगों से मिलकर बताया बेवफा कहे जाने का राज

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बेवफा सोनम गुप्ता जबलपुर में मिली, देखने वालों की लगी भीड़, आप भी देखें बहस का मुद्दा नहीं थी सोनम गुप्ता, लोगों से मिलकर बताया बेवफा कहे जाने का राज जबलपुर। एक भारतीय नोट से शुरू हुई सोनम गुप्ता की बेवफाई पूरे देश भर में चर्चा का विषय बन गई। महीने भर से अधिक समय तक ये सोशल मीडिया से लेकर टॉप ट्रेंड कीवर्ड में शामिल रही। गूगल पर सबसे ज्यादा इसे खोजा गया। इसने गूगल पर सर्च किए जाने वाले कीवर्ड और विषयों के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। लोग हैरान परेशान थे कि आखिर ये सोनम गुप्ता है कौन और क्यों है ये बेवफा।

जबलपुर। एक भारतीय नोट से शुरू हुई सोनम गुप्ता की बेवफाई पूरे देश भर में चर्चा का विषय बन गई। महीने भर से अधिक समय तक ये सोशल मीडिया से लेकर टॉप ट्रेंड कीवर्ड में शामिल रही। गूगल पर सबसे ज्यादा इसे खोजा गया। इसने गूगल पर सर्च किए जाने वाले कीवर्ड और विषयों के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। लोग हैरान परेशान थे कि आखिर ये सोनम गुप्ता है कौन और क्यों है ये बेवफा। नोटबंदी के दौरान सबसे ज्यादा इसे खोजा गया। लेकिन ये किसी को आज तक नहीं मिली। किंतु जबलपुर वालों की किस्मत अच्छी रही। कि इसे खोज निकाला। जिसे देखने वालों की अच्छी खासी संख्या रही। लोगों ने उसे पास देखा और सोनम ने किसी को भी निराश नहीं किया। खूब हंसाया और हर सवाल का जवाब भी दिया।

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नवम्बर २०१६ में हुई नोटबंदी में सबसे ज्यादा रोमांचक कोई चीज थी तो वह था एक वाक्य- सोनम गुप्ता बेवफा है। इस वाक्य की उत्पत्ति कब, कैसे, कहां से हुई यह आज तक नहीं पता चल पाया। लेकिन सिली सोल्स, दिल्ली के कलाकारों ने इसकी वास्तविकता दर्शकों के सामने रख दी। नाट्य निंरतर योजना के अंतर्गत हर माह के दूसरे शनिवार को होने वाले नाटक का मंचन में शहीद स्मारक प्रेक्षागृह में नाटक सोनम गुप्ता बेवफा है का मंचन किया गया। गौरतलब है कि यह इस शीर्षक के साथ यह नाटक को चौथा मंचन था।

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बहस और हास्य का मुद्दा बन चुका वाक्य 'सोनम गुप्ता बेवफा है' को निर्देशित और अभिनय कर रहीं प्रियंका शर्मा ने उठाया है। नाटक में बताया कि हर समय मजाक का पात्र स्त्री ही क्यों होती है। उसी पर चुटकुले बनते हैं और उसी को लेकर व्यंग्य किए जाते हैं। काफी हाउस में लड़का-लड़की मिलते हैं। लड़का लड़की को एक साड़ी देने पीछे पड़ता है। लड़की मना करती है। थोड़ी देर में चली जाती है। लड़का अपमानित और अपना सा मुंह लिए रह जाता है। गंभीर मसले को सहज अंदाज में बताते हुए प्रियंका ने संदेश दिया कि स्त्री का समाज में सम्मान होना चाहिए और उसे स्त्री होने के कारण मजाक की वस्तु नहीं बनाया जाना चाहिए। वरिष्ठ निर्देशक बापी बोस, अभिनेता राजीव वर्मा और रेखा वर्मा का अभिनंदन किया गया। विवेचना की ओर से हिमांशु राय, बसंत काशीकर, बांके बिहारी ब्यौहार मौजूद रहे।

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