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जबलपुर

जबलपुर में हर संडे लगती है किताब पढऩे वालों की चौपाल, ऑनलाइन ई-बुक्स के बजाए किताबें पढऩे कर रहे प्रेरित

Book Reading Group : मेट्रो सिटी में पिछले कुछ सालों से कई ऐसे ग्रुप काम कर रहे हैं जो लोगों को किताबें पढऩे के लिए प्रेरित करते हैं।

जबलपुरApr 23, 2025 / 01:02 pm

Lalit kostha

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जबलपुर रीड्स ग्रुप के युवाओं ने डेढ़ साल पहले की शुरुआत

Book Reading Group : मेट्रो सिटी में पिछले कुछ सालों से कई ऐसे ग्रुप काम कर रहे हैं जो लोगों को किताबें पढऩे के लिए प्रेरित करते हैं। उन्हें देखकर शहर के कुछ युवाओं को आइडिया आया कि जबलपुर में किताबों से दूरी बना रहे लोगों को एक बार फिर से उनके करीब लाया जा सकता है। इसी उद्देश्य के साथ युवाओं ने मिलकर जबलपुर रीड्स ग्रुप तैयार किया और उसके माध्यम से एक साथ, एक जगह बैठकर कई लोगों किताबें पढऩे के लिए आमंत्रित किया, परिणाम स्वरूप कुछ लोगों से शुरू हुआ ये सफर हजारों तक पहुंच गया है। जो हर संडे एक साथ बैठकर किताबें पढ़ते हैं।

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Book Reading Group : किताबों से जोडऩे के लिए कर रहे प्रयास

जबलपुर रीड्स की शुरुआत डेढ़ साल पहले संस्कार जैन, नयन जैन, सिद्धार्थ चौहान, शुभांक चौहान, आशुतोष मिश्रा व उनके साथियों ने सोशल मीडिया के माध्यम से अपील करते हुए की थी। पहले सप्ताह में ही आधा सैंकड़ा से अधिक किताब प्रेमी भंवरताल पहुंच गए। कोई अपने साथ साहित्य लेकर आया, तो कोई कॉलेज स्कूलों की फेवरेट किताब लेकर पहुंचा। एक साथ बैठकर जब किताबें पढ़ी गईं तो माहौल अलग ही नजर आया। कई ऐसे भी लोग पहुंचे जो ई बुक्स के आदी जो चुके थे, उन्हें हाथों में किताबें थामने के लिए प्रेरित किया, जो एक अच्छी पहल कही जा सकती है।
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Book Reading Group : हर संडे लगती है किताब प्रेमियों की चौपाल

जबलपुर रीड्स ग्रुप द्वारा भंवरताल में हर रविवार सुबह 7.30 बजे से किताब पढऩे के शौकीनों की चौपाल लगाई जा रही है। इस चौपाल में लोग अपने साथ किताबें लेकर आते हैं और एक साथ बैठकर पढ़ते हैं। जो किताबें नहीं लाते उन्हें ग्रुप द्वारा उपलब्ध कराई जाती हैं। कुछ घंटे पढऩे के बाद लोग अपनी किताबों की व्याख्या करते हैं या किसी एक चैप्टर पर अपने विचार आदि भी रखते हैं। कई बार किताबों पर ही चर्चा होती है, उसकी खासियतों पर प्रकाश डाला जाता है।
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प्रतीकात्मक छवि

Book Reading Group : 75 संडे पूरे हुए, किताबों के शौकीनों की संख्या बढ़ी

संस्कार जैन ने बताया हमारे इस प्रयास से अब तक लगभग तीन हजार ऐसे युवा जुड़ चुके हैं, जो किताबें पढऩे से दूरी बना चुके थे। वे मोबाइल, लैपटॉप व कम्पयूटर से पढ़ाई करते थे। लेकिन हमारे साथ जुडऩे के बाद वे किताबें पढऩे लगे हैं। जबलपुर रीड्स के 75 संडे पूरे हो चुके हैं। हमारे साथ किताब पढऩे वालों में पब्लिक स्पीकिंग बेहतर हुई, स्टेज फियर खत्म हो गया। वे अब खुलकर अपनी बातों को रखने लगे हैं।

Book Reading Group : आज लगेगा मेला

पुस्तक दिवस के अवसर पर बुधवार को शाम 5 बजे भंवरताल गार्डन में किताब प्रेमियों को मेला आयोजित किया गया है। इसमें बड़ी संख्या में किताबों के शौकीन व जाने माने लेखक भी शामिल होंगे।

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