रांझी थाना क्षेत्र में वारदात : पुलिस ने तीन संदिग्ध को हिरासत में लिया
पुलिस के अनुसार मंगलवार की देर रात को मानेगांव में सरकारी स्कूल के पास विवाद में घायल एक युवक को रांझी सिविल अस्पताल में उपचार के लिए लाने की सूचना मिली थी। युवक की मौत हो चुकी थी।
शरीर में चाकू जैसे धारदार हथियार से हमले के घाव थे। मानेगांव मुखर्जी चौक निवासी 30 वर्षीय लक्की उर्फ भागीरथ उइके ने बताया कि मंगलवार की शाम को 4 बजे उसकी बुआ का लडक़ा निक्की उर्फ अमित सरयाम और अमन उर्फ सनी ठाकुर उसके घर आए थे। उसके बड़े भाई शैंकी उर्फ नरेन्द्र उइके को फोन करके उसके साथ शराब पीने चले गए थे। रात को तीनों शराब पीकर घर वापस आए। उसके बाद खाना खाकर सभी सो गए। निक्की बाहर चला गया। थोड़ी बाद निक्की को बुलाने गए तो वह बाहर चित पड़ा था। उसके हाथ से खून बह रहा था। तुरंत शैंकी, सेनी, मेघा और अपने दोस्त अभिषेक की मदद से निक्की को कार से अस्पताल लेकर गए। जहां, जांच के बाद चिकित्सकों ने गढ़ा-गंगानगर निवासी 31 वर्षीय निक्की उर्फ अमित सरयाम को मृत घोषित कर दिया।
मामा के घर आता था मृतक
पुलिस के अनुसार मृतक गंगानगर निवासी निक्की का मानेगांव निवासी मामा निर्मल उइके के घर आना-जाना लगा रहता था। मामा के बेटों भागीरथ और नरेन्द्र से मिलना-जुलना था। मंगलवार को वह अपनी बुआ के बेटे रामपुर निवासी अमन के साथ मामा के घर गया था। बताया जा रहा है चारों मंगलवार रात 12 बजे तक स्कूल परिसर में शराब पी रहे थे। नशे में किसी बात पर विवाद के बाद निक्की पर चाकू से हमला किया गया। अस्पताल पहुंचने से पहले मौत हो गई।
रिश्ते के भाइयों से कड़ी पूछताछ
पुलिस ने साथ में शराब पीने वाले मृतक के तीनों भाइयों की भूमिका को संदिग्ध मानते हुए हिरासत में लिया है। घटनाक्रम को लेकर कड़ी पूछताछ की जा रही है। तीनों से अलग-अलग पूछताछ करके उनके बयानों की तस्दीक की जा रही है। पुलिस पूछताछ में पता चला है कि निक्की के बाहर निकलने के कुछ देर बाद चीखने की आवाज पर वे बाहर निकले थे। जहां जाकर देखने पर निक्की खून से लथपथ मिला। पुलिस मामले की छानबीन और आरोपियों तक पहुंचने की कवायद में जुटी है।