पुलिस ने बताया कि कटरा खेरमाई मंदिर के पास रहने वाली सुनीता सोनी के पति राजकुमार सोनी आईटीआई में पदस्थ थे, जो अगस्त 2020 में रिटायर हुए हैं। नवंबर 2011 में सुनीता के बड़े बेटे नितिन को ब्रेन हेमरेज हो गया था। जिसके बाद वह लकवा ग्रस्त हो गया। दो से तीन वर्ष पूर्व सुनीता के भाई गढ़ा रामलीला मैदान के पास रहने वाले योगेश ने उसे झांसा दिया कि वह झाडफ़ूंक के जरिए नितिन को पूरी तरह से ठीक कर देगा। योगेश की पत्नी नीतू ने भी यही बात कही। सुनीता को दोनों की बातों पर भरोसा हो गया। जब भी वह घर पर अकेले रहती, तो योगेश और उसकी पत्नी उसके घर जाते। झाडफ़ूंक की बात कहते हुए योगेश ने सुनीता पर दबाव बनाया और उसके घर के जेवरात पूजा में रखने की बात कही।
ऐसा करके योगेश और नीतू ने सुनीता के 470 ग्राम वजनी सोने के और एक किलो 700 ग्राम वजनी चांदी के जेवरात हड़प लिए। इसके अलावा पांच लाख रुपए और मकान की रजिस्ट्री भी योगेश और नीतू ने सुनीता से ले ली। हाल ही में जब सुनीता ने अलमारी चैक की, तो उसमें कुछ नकली जेवरात और ईंट के टुकड़े रखे मिले। सुनीता ने जब सामान वापस मांगा, तो दोनों टालने लगे। सुनीता का आरोप है कि योगेश और नीतू ने गोसलपुर निवासी एक अन्य बहन से भी ऐसी ही धोखाधड़ी की। पुलिस ने योगेश और नीतू पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।