आरटीओ पॉल और उनकी टीम शनिवार दोपहर आइएसबीटी पहुंंची। सिवनी के लिए रवाना होने के लिए तैयार बस के यात्रियों से पूछताछ की। यात्रियों ने बताया कि सिवनी का किराया 150 रुपए है, लेकिन उनसे 250 रुपए किराया लिया गया है। लखनादौन से आने का किराया 80 रुपए के बजाय 150 रुपए तक लिया जा रहा है। टीम ने यात्रियों से हुई बातचीत की वीडियो रिकॉर्डिंग भी की।
‘पत्रिका’ ने चलाया अभियान
‘पत्रिका’ ने यात्रियों की इस परेशानी को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। बस ऑपरेटर्स की मनमानी के खिलाफ अभियान चलाया। जिसके बाद ऐसे ऑपरेटर्स पर कार्रवाई की गई। जानकारी के अनुसार अब सप्ताह में दो से तीन दिन बसों की औचक जांच कर और यात्रियों से जानकारी ली जाएगी।
बस ऑपरेटर्स यात्रियों से अधिक किराया वसूल रहे थे। टीम ने आईएसबीटी में बसों की जांच की। आठ बसों में सवार यात्रियों से अधिक किराया लिया जा रहा था। सभी बसों के खिलाफ जुर्माना की कार्रवाई कर 26 हजार रुपए जुर्माना वसूला गया। दोबारा ऐसा मिलता है, तो परमिट रद्द किया जाएगा।
– संतोष पॉल, आरटीओ