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बच्चों ने कोरोना काल का किया डटकर मुकाबला, खतरे के बीच दिखाया पढ़ाई का जज्बा

locationजबलपुरPublished: Aug 03, 2020 08:05:22 pm

Submitted by:

shyam bihari

जबलपुर जिले में एमपी बेार्ड परीक्षा के नतीजे में 2-8 फीसदी ज्यादा अच्छा आया परिणाम
 

बोर्ड परीक्षाओं के तीन साल के नतीजे
माध्यमिक शिक्षा मंडल बोर्ड परीक्षा
वर्ष : कक्षा 10वीं : कक्षा 12वीं
2020 : 62.36 : 66.59
2019 : 54.16 : 66.37
2018 : 65.62 : 74.38

केंद्रीय विद्यालय संगठन बोर्ड
वर्ष : कक्षा 10वीं : कक्षा 12वीं
2020 : 98.70 : 98.53
2019 : 99.85 : 98.10
2018 : 95.24 : 97.12

सीबीएसई बोर्ड
वर्ष : कक्षा 10वीं : कक्षा 12वीं
2020 : 95 : 84
2019 : 92.26 : 84
2018 : 90.02 : 83.1

जबलपुर। कोराना संक्रमण के बावजूद विभिन्न शिक्षा बोर्ड की ओर से आयोजित परीक्षाओं के नतीजे हाल ही में जारी किए गए। विपरीत परिस्थितयों के बावजूद परीक्षा परिणाम पिछले दो साल की तुलना में उत्साहजनक रहे। जबलपुर जिले के स्कूलों का परीक्षा परिणाम भी इस बार 2 से तीन प्रतिशत बढ़ा है। माध्यमिक शिक्षा मंडल की ओर से आयोजित बोर्ड परीक्षा में जिले के स्कूलों के परीक्षा परिणाम में लगातार गिरावट आ रही थी। पिछले साल जिले के स्कूलों का परीक्षा परिणाम 11 फीसदी गिर गया था। इस बार कड़ी मेहनत के कारण दसवीं कक्षा परिणाम 62.36 और 12वीं कक्षा का परिणाम 66.59 प्रतिशत रहा। खास बात यह है कि इस बार जिले के सरकारी स्कूलों के 68.57 और अशासकीय स्कूलों के 65.33 फीसदी छात्र उत्तीर्ण हुए। पिछले वर्ष जिले के सरकारी स्कूलों के 65.58 फीसदी छात्र उत्तीर्ण हुए थे।

सीबीएसई बोर्ड

सीबीएसई बोर्ड से सम्बद्ध स्कूलों के परीक्षा परिणाम में पिछले वर्षों की तुलना में 2-3 फीसदी का सुधार हुआ है। जबकि बारहवीं कक्षा का परिणाम 85 फीसदी रहा। केंद्रीय विद्यालय संगठन के दसवीं कक्षा का परिणाम पिछले वर्ष की तुलना में 98.70 फीसदी और बारहवीं का परिणाम 98.53 रहा। जानकारों के अनुसार कोरोना संक्रमण के कारण इस बार सभी विषयों की परीक्षाएं नहीं हो सकीं। माध्यमिक शिक्षा मंडल ने बेस्ट ऑफ फोर लागू कर नतीजे तैयार किए। सीबीएसई ने इंटरनल असेसमेंट के आधार पर परीक्षा परिणाम जारी किए। दोनों बोर्ड के विभिन्न कक्षाओं के तीन से पांच प्रश्न पत्र शेष रह गए थे। जबलपुर के मॉडल स्कूल की प्राचार्य वीणा वाजपेयी ने कहा कि कोरोना संक्रमण के बीच मानसिक तनाव के बीच बच्चों ने परीक्षाएं दीं। इसके बाद भी बेहतर परिणाम प्राप्त हुए।

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