बताया जा रहा है कि यह नई चिटफंड कंपनी, चेन बनाकर लोगों को जोड़ती थी। इस दौरान लोगों से सदस्यता के नाम पर 610 रुपए जमा कराती रही। उसके बाद सभी को सदस्य बनाने का टारगेट दिया जाता था। नए ग्राहक जोड़ने पर कंपनी 11 महीने तक प्रति माह 500-500 रुपए देने का झांसा दे रही थी। यह राजफाश कंपनी में ही काम करने वाली एक पूर्व महिला सदस्य ने किया है।
कंपनी से जुड़ी विजय नगर निवासी पारुल पाठक तिवारी ने लार्डगंज थाने में इस मामले में शिकायत दर्ज कराई है। पारुल के मुताबिक उसने दिसंबर 2020 में गढ़ा फाटक जगदीश मंदिर के पास संचालित लाइफ केयर सोसायटी ज्वाइन की। सोसायटी के संचालक मनीष कनौजिया हैं। उन्होंने बताया था कि सोसायटी एक एनजीओ है। सोसायटी द्वारा विधवा पेंशन, बेरोजगारी भत्ता, वृद्धावस्था पेंशन, विकलांग पेंशन, बिजली बिल स्कीम, रसोई गैस सब्सिडी के नाम पर 610 रुपए लोगों से जमा कराया जाता था।
पारुल के मुताबिक कंपनी अब तक 6 लाख 10 हजार 610 रुपए जमा करा चुकी है। इस कंपनी में चेन सिस्टम के तहत लोगों को जोड़ने का टारगेट दिया जाता रहा। कंपनी में काम करने वाले कर्मियों को महीने में 150 लोगों को जोड़ने का लक्ष्य दिया गया था। एक ग्राहक के एवज में 11 महीने तक 500-500 रुपए देने का झांसा दिया गया। कंपनी के संचालक ने 150 ग्राहक नहीं जोड़ पाने पर वेतन भुगतान से मना कर दिया। इसके बार पारुल ने लार्डगंज थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया।
टीआई लार्डगंज मधुर पटेरिया ने बताया कि आरोपी मनीष कनौजिया के यहां से बड़ी मात्रा में फार्म जब्त किए गए हैं। वह एक फार्म भरवाने के एवज में 610 रुपए लेता था। अपने नीचे चार ग्राहक जोड़ने पर 500 रुपए तीन महीने तक देने का झांसा देता था। इसी तरह चेन बनाने का वह टारगेट देता था। अभी तक की जांच में 1000 के लगभग लोगों को सदस्य बनाए जाने संबंधी दस्तावेज मिले हैं।