सीएमएचओ डॉ मिश्रा के मुताबिक मार्च का महीना मौसम का संधि काल होता है। इस महीने ठंड जाती है और गर्मी आती है। इसकी वजह से शरीर का प्रतिरोधक तंत्र वैसे ही कमजोर हो जाता है। सर्दी-जुकाम इस मौसम में सामान्य बात है। यही वजह है कि कोरोना ऐसे शरीर को जल्द अपनी चपेट में ले रहा है। इस कारण खतरा अधिक है। बिना मास्क पहने बाहर न निकलें। थोड़े-थोड़े अंतराल पर हाथ सैनेटाइज करते रहें। देह की दूरी बनाए रखें।
वहीं जिला टीकाकरण अधिकारी शत्रुघन दाहिया के मुताबिक जिले को 64 हजार कोरोना वैक्सीन और मिले हैं। इसमें 12 हजार डोज सेना के लिए है। संभागीय भंडार गृह से शुक्रवार को ही डोज को अलग-अलग सेंटरों पर पहुंचाया जा चुका है। अभी जिले में 45 वर्ष से 59 वर्ष के बीच गंभीर बीमारी से पीड़ित और 60 वर्ष से अधिक लोगों को ही वैक्सीन लगाई जा रही है। सरकारी अस्पतालों में जहां मुफ्त में टीका लग रहा है। वहीं निजी अस्पतालों में 250 रुपए शुल्क देना होगा।
इस बीच कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रशासन ने टीकाकरण की रफ्तार बढ़ाने का निर्णय लिया है। जिले के पांच और सरकारी अस्पतालों जीसीएफ अस्पताल, रेलवे सेंट्रल अस्पताल, वीएफजे अस्पताल, एमपीईबी अस्पताल और मोतीलाल नेहरू अस्पताल सदर में भी वैक्सीनेशन सेंटर बनाने का निर्णय लिया गया है। अब शनिवार 13 मार्च से इन केंद्रों पर भी टीकाकरण होगा। इस तरह जिले में कुल 40 सेंटर बनाए जा चुके हैं।
बता दें कि एक पखवारा पहले तक नियंत्रित दिखने वाले कोरोना संक्रमण की रफ्तार फिर से तेज हो गई है। आलम यह है कि मार्च के 12 दिनों में ही कोरोना को मात देने वालों से ज्यादा संक्रमितों की संख्या हो रही है। शुक्रवार को 47 संक्रमित सामने आए जबकि कोरोना से ठीक होने वालों की संख्या महज 25 रही।
यहां यह भी बता दें कि फरवरी में पूरे 28 दिनों में कुल 382 संक्रमित सामने आए थे जबकि मार्च के महज 12 दिनों में ही संक्रमितों की संख्या 318 पहुंच गई।