बिल्डिंग, कम्प्यूटर्स, किताबों और अन्य महंगी सामग्रियों की ऐसी दुर्दशा देख कलेक्टर गुस्सा गए। उन्होंने मौके पर मौजूद डीईओ, डीपीसी को कड़ी फटकार लगाई। यही नहीं कलेक्टर ने एक जांच दल भी गठित कर दिया जोकि ई लाइब्रेरी की ऐसी दुर्दशा करनेवाले अधिकारियों-कर्मचारियों की भूमिका की जांच करेगा। बाद में कलेक्टर आरआर भोंसले ने कहा कि बिल्डिंग और सामग्री उपयोग में लाई जाना थी। इन्हें अनुपयोगी बनाने के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।