जबलपुर

कांग्रेस-भाजपा ने 2- 2 सीटों पर अब नहीं खोले पत्ते, हो सकता है बड़ा खेला !

- चार विधानसभाओं में अब तक एक ही प्रत्याशी मैदान में, विपक्षी दल के प्रतिद्वंदी का इंतजार

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Oct 18, 2023
mp vidhan sabha election 2023

जबलपुर। विधानसभा चुनाव नामांकन की तारीख अब करीब आ रही है। इस बार दोनों ही दलों ने चुनाव के पहले उम्मीदवार घोषित करने की घोषणा की थी, ताकि उम्मीदवारों को प्रचार, जनसंपर्क के लिए समय मिल सके लेकिन कांग्रेस और भाजपा ने दो-दो सीटों पर अब तक प्रत्याशी घोषित नहीं किए हैं। ऐसे में पल-पल परिवर्तित हो रहे राजनीतिक समीकरणों से दावेदारों की धडकऩें बढ़ रही है। चार सीटों में दावेदार तय नहीं होने से जबलपुर उत्तर, केंट, पनागर व सिहोरा में मुकाबला तय नहीं हो सका है।

पहले गठबंधन, फिर दो नामों ने अटकाई सीटें

कांग्रेस के लिए पनागर और केंट दोनों ही विधानसभा सीटें प्रतिष्ठा का प्रश्न बन गई है। केंट में कांग्रेस 30 साल से तो पनागर में 20 साल से चुनाव नहीं जीत सकी है। इस स्थिति में पार्टी ने इस बार इन सीटों को कमजोर सीटों की श्रेणी में शामिल किया है। इन सीटों पर एक-एक दावेदारों के नाम तय हो गए थे लेकिन ऐन मौके पर दावेदारों की संख्या दो हो गई है। केंट से सिंगल नाम तय हो गया था लेकिन रांझी से एक अन्य दावेदर का नाम सामने आ गया, जिसके कारण घोषणा में देर हो गई।

हालांकि पार्टी सूत्रों का कहना है कि जो नाम तय हुआ है अंतत: उसी पर मुहर लगेगी। पनागर में भी एक नाम तय हो गया है। प्रदेश संगठन और स्थानीय नेताओं ने भी उस नाम पर सहमति दी है। एक अन्य दावेदार की टिकट की शर्त पर पार्टी ज्वाइन करने के प्रस्ताव को पार्टी ने खारिज कर दिया है। सूत्र बताते हैं सर्वे में जो पहले नंबर पर नाम आया है उसे ही टिकट दी जाएगी।

भाजपा में नाम तय, घोषणा बाकी

भाजपा की उत्तर और सिहोरा विधानसभा सीटें फंसी है। पार्टी संगठन का दावा है कि अगली सूची में दोनों सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा हो जाएगी। इसके बाद भी दावेदार अपने पक्ष में सीट के लिए ऐड़ी-चोटी का जोर लगा रहे हैं। माना जा रहा है कि इन दोनों ही सीटों पर पार्टी कांग्रेस उम्मीदवार की घोषणा का इंतजार कर रही थी। उम्मीदवार तय होने के बाद यहां किसी भी तरह की समस्या नहीं है। सिहोरा में सिंगल नाम है और यहां जीत का चौका लगाने मौजूदा विधायक को ही पार्टी मौका दे सकती है। उधर उत्तर में भी अब सिंगल नाम तय है। यहां पिछले चुनाव में पार्टी को मात्र 574 मत से हार मिली थी। जबकि पहले जो विरोध में थे वे अब पार्टी के साथ है। इन सबके बीच यह भी कहा जा रहा है कि संगठन स्तर पर कुछ परिवर्तन हो जाए तो कुछ नहीं कहा जा सकता है।

इंडिया गठबंधन की नहीं बनी बात

कांग्रेस से यह भी चर्चा थी कि केंट विधानसभा जनता दल यू ने मांगी है। टिकट रोके जाने के पीछे यह भी एक कारण बताया जा रहा था लेकिन बाद में यह स्पष्ट हो गया कि यह गठबंधन लोकसभा चुनाव के लिए है। विधानसभा चुनाव के लिए गठबंधन नहीं है।

Published on:
18 Oct 2023 08:47 am
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