लोकायुक्त ने तीन पर दर्ज की एफआइआर
कदीर समेत उनके दो भाइयों रसीद और सईद के खिलाफ धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार का मामला दर्ज
ये है मामला-
लोकायुक्त के अनुसार कदीर सोनी ने जेडीए समेत अन्य विभागों के अधिकारियों से मिलीभगत कर सरकारी जमीन को अपनी बताकर बेच दिया। मामले की जांच की गई तो फर्जीवाड़ा उजागर हुआ। मामले में तत्कालीन नगर निगम, टाउन एंड कंट्री प्लानिंग समेत अन्य विभागों के अधिकारियों की मिलीभगत भी उजागर हुई है। लोकायुक्त संगठन ने बताया कि मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री कदीर सोनी ने जगदम्बा गृह निर्माण सहकारी समिति के नाम अहिंसा चौक के पास जमीन आवंटन कराया। जिसके आसपास लक्ष्मीपुर के खसरा नंबर 197 की लगभग दो एकड़ से अधिक भूमि सरकारी थी। कदीर सोनी समेत उनके भाई सईद सोनी ने तत्कालीन एसडीएम, तहसीलदार, पटवारी व अन्य की मिलीभगत से समिति की जमीन तो बेची ही साथ ही सरकारी जमीन भी बेच दी। सरकारी अधिकारियों की मिलीभगत से सरकारी जमीन पर नक्शा भी पास कराया। लोकायुक्त के अनुसार सरकारी जमीन पर कुल 60 प्लॉट काटकर बेचे गए। जिसके बाद तीनों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और भादंवि की धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है।
गुम हो गई फाइल
जानकारी के अनुसार लोकायुक्त की टीम ने प्रशासनिक अधिकारियों से पूरे मामले की फाइल मांगी, जिससे फर्जीवाड़े में शामिल अधिकारियों और कर्मचारियों के नामों का खुलासा हो सके, लेकिन वह फाइल लोकायुक्त तक नहीं पहुंची। अधिकारियों ने यह कहकर बात को टाल दिया कि वह फाइल गुम हो गई है।