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तूल पकड़ चुका है क्लाइमेट एक्टिविस्ट की गिरफ्तारी का मामला, कांग्रेसी दिग्गज भी हुए मुखर, दिए ये संकेत…

-जबलपुर में मीडिया से रू-ब-रू पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह और सांसद विवेक ने दिशा रवि के समर्थन में उतरे

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क्लाइमेट एक्टिविस्ट दिशा रवि के समर्थन में कांग्रेस

क्लाइमेट एक्टिविस्ट दिशा रवि के समर्थन में कांग्रेस

जबलपुर. केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलनरत किसानों के समर्थन में टूलकिट मामले में गिरफ्तार क्लाइमेट एक्टिविस्ट दिशा रवि के समर्थन में कांग्रेस खुल कर सामने आ गई है। पार्टी के दो दिग्गज नेताओं ने दिशा रवि के समर्थन में सर्वोच्च न्यायालय जाने के संकेत दिए हैं।

इस मामले में जहां एमपी के पूर्व सीएम व राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने कहा कि लिबरल डेमोक्रेसी के पक्षधर पूरी दुनिया में हैं। यही कारण है कि आमतौर पर युवा, सोशल मीडिया पर अपनी बात को रखते हैं। पर्यावरण के लिए लगातार काम कर रही दिशा रवि ने पर्यावरण में इकोलॉजिकल बैलेंस बनाने की दिशा में काफी काम किया है। यहां तक कि वह खुद मांसाहारी से शाकाहारी हो गई उन पर देशद्रोह का आरोप लगाना सरासर गलत है। वही बेंगलुरु मध्य से बीजेपी सांसद पीसी मोहन के दिशा रवि की तुलना कसाब से किए जाने वाले बयान की दिग्विजय सिंह ने कड़ी निंदा की, सिंह ने कहा कि बीजेपी सांसद का यह बयान बेहद निंदनीय है।

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वहीं जबलपुर पहुंचे राज्यसभा सदस्य विवेक तन्खा ने कहा कि देश में अब लोकतंत्र या प्रजातंत्र नहीं बचा है, क्योंकि सरकार अब बच्चों पर भी देशद्रोह का मामला लगा रही है। महज 21-22 साल की लड़की को केवल इसलिए गिरफ्तार किया गया क्योंकि उसने ट्वीट किया था। तन्खा ने कहा देशद्रोह का कानून बच्चों पर लगाना उचित नहीं है, क्योंकि जो लोग स्वतंत्र विचारधारा के हैं उन पर बंदिशें नहीं लगाई जा सकतीं।

विवेक का कहना है कि सोशल मीडिया के जरिए अपनी स्वतंत्र सोच को देश के सामने रखना देशद्रोह नहीं है। कहा कि यह बेहद गंभीर मसला है और इस मामले को लेकर हम सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाएंगे। सुप्रीम कोर्ट से मांग की जाएगी कि ट्विटर को लेकर नई व्यवस्था की जाए ताकि स्वतंत्र विचारधारा वाले लोग अपनी बात स्वतंत्र होकर रख सकें।

बता दें कि दिशा पर आरोप है कि ट्विटर पर ग्रेटा थनबर्ग ने जो 'टूलकिट' शेयर की थी, दिशा ने उसे एडिट किया और सोशल मीडिया पर फॉरवर्ड किया। दिल्ली की एक कोर्ट में पुलिस ने कहा कि भारत की सरकार के खिलाफ एक बड़ी साज़िश में कथित खालिस्तानी मूवमेंट की भूमिका को लेकर दिशा से पूछताछ करना ज़रूरी है। पुलिस ने दिशा का मोबाइल फोन ज़ब्त कर लेने की बात भी कही है। पुलिस के मुताबिक 'टूलकिट' केस में दिशा महत्वपूर्ण कड़ी हैं क्योंकि दिशा ने इसे एडिट करने और फॉरवर्ड करने की बात कबूल की है।