बता दें कि गत 25 अक्टूबर को जिले में कोरोना के 53 नए मरीज मिले थे। उसके बाद 16 दिनों तक यह संख्या 50 तक नहीं पहुंची। लेकिन इसमें तेजी से बढ़ोत्तरी होने लगी है जो हर किसी के लिए चिंता का सबब है। बुधवार को कोरोना के 61 मरीज मिले हैं। ऐसे में जिला प्रशासन भी अब सक्रिय हो गया है। कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने ने कहा है कि यह ज्यादा सावधान रहने और कोरोना प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करने का समय है। उन्होंने कहा कि लोग अनावश्यक घर से बाहर न निकलें, मास्क जरूर पहनें और देह की दूरी का भी खयाल रखें।
दरअसल अनलॉक शुरू होने के बाद प्रशासन ने कोरोना से बचाव की गाइडलाइन का पालन कराने में सख्ती दिखाई। लेकिन कुछ समय बाद ही जो ढिलाई हुई इसने लोगों को कोरोना से बेफिक्र कर दिया। नतीजतन लोगों ने मास्क-सोशल डिस्टेंसिंग जैसी अहम सावधानियों को दर किनार कर दिया जो अब असर दिखाने लगा है।
बुधवार को मिले नए मरीजों में पनागर के काफी हैं। शहर की तरह ग्रामीण इलाकों में भी लोगों ने कोरोना को भुला दिया है। अब प्रशासन, स्वास्थ्य महकमे पनागर सहित सभी जगह सख्ती बरतने की बात कर रहा है, हालाँकि यह दीपावली के बाद होगा तब तक दूसरी लहर गिरते तापमान का सहारा लेकर और मजबूत होने की संभावना है।
शहर में फिर से कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। इसकी आशंका पहले से ही जताई जा रही थी कि ठंड और प्रदूषण बढ़ने तथा त्योहारी भीड़भाड़ के बीच संक्रमण बढ़ सकता है। इसे देखते हुए कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने बुधवार को लोगों से अपील की कि संक्रमण को लेकर सचेत रहें, क्योंकि पॉजिटिव मरीजों की संख्या फिर बढ़ने लगी है।