यह बात पत्रिका से चर्चा में नए कमिश्नर बी. चंद्रशेखर ने कही। उन्होंने सोमवार को पद्भार ग्रहण किया है। नए कमिश्नर का कहना है कि जबलपुर में 70 से 80 फीसदी कोरोना मरीज ए सिम्टम वाले हैं। उनका इलाज क्वॉरंटाइन सेंटर या होम आइसोलेशन में हो रहा है। गम्भीर मरीजों के इलाज के लिए शासकीय अस्पतालों में पर्याप्त व्यवस्थाएं हैं। जो खर्च वहन कर सकते हैं, वे निजी अस्पतालों में भी इलाज करवा रहे हैं। इस बीच उन्होंने जबलपुर को बड़ी सम्भावनाओं वाला शहर बताया। लोगों की समस्याओं का तुरंत निराकरण और पात्रों को शासकीय योजनाओं
का लाभ दिलाना अपनी प्राथमिकता बताया।
– जबलपुर बड़ा सम्भाग है। इसे लेकर आपकी प्राथमिकताएं क्या रहेंगी।
छह जिलों में कलेक्टर रहा हूं। जबलपुर सम्भाग के दो जिलों में भी कार्य करने का मौका मिला है। उन अनुभवों का इस्तेमाल किया जाएगा। मेरी पहली प्राथमिकता लोगों की समस्याओं का निराकरण और योजनाओं का लाभ दिलाना है।
– कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है, रोकथाम और उपचार के लिए क्या नए इंतजाम करेंगे।
बेहतर से बेहतर सुविधाएं मरीजों को मिलें इसका प्रयास किया जाएगा। सरकारी अस्पतालों में मरीजों का बेहतर इलाज हो रहा है। जितनी सम्भव होंगी नई व्यवस्थाएं करेंगे, ताकि इलाज में शासकीय संस्थाएं लोगों की पहली पसंद रहें।
– पर्यटन को लेकर जबलपुर हमेशा पिछड़ा रहा है, इस कमी को कैसे दूर करेंगे।
निश्चित रूप से जबलपुर पर्यटन का बड़ा केंद्र हो सकता है। इसके आसपास ही प्रदेश के काफी बड़े पर्यटन केंद्र हैं। यहां का प्रचार-प्रचार और विशेषताओं को सही दिशा और फोरम पर पहुंचाने का काम प्राथमिकता से किया जाएगा।
– विकास के घोतक में औद्योगीकरण भी बड़े मायने रखता है, इस दिशा में क्या करेंगे।
सम्भाग में उद्योगों की बहुत सम्भावनाएं हैं। छिंदवाड़ा में कई बड़ी इंडस्ट्री स्थापित हैं। अन्य जिले भी इस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। उद्योगों को लाने के साथ उन्हें सुविधाएं देना जरूरी होता है। जबलपुर के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।
– बड़े प्रोजेक्ट जबलपुर में प्रस्तावित हैं। उन्हें गति किस तरह दी जाएगी।
शासन की योजनाएं समय पर पूरी हों, इसका प्रयास सभी अधिकारियों को करना चाहिए। प्रमुख अधिकारियों से बैठक करेंगे।