ग्रामीण क्षेत्र में सर्वे नहीं
प्रशासन की ओर से कराए जा रहे सीरो सर्वे की सीमा शहरी क्षेत्र तक रहेगी। सूत्रों के अनुसार सर्वे में ग्रामीण क्षेत्रों को शामिल नहीं किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग की ओर से गठित की गई टीमें नगर निगम सीमा में आने वाले वार्ड के अलग-अलग रहवासी क्षेत्रों में जाकर एंटीबॉडी टेस्ट के लिए नमूने एकत्रित करेगी। इन नमूनों का परीक्षण की रिपोर्ट के आधार पर कोरोना संक्रमण के विरुद्ध लोगों के शरीर में एंटीबॉडी बन रही है या नहीं, इसका निष्कर्ष निकाला जाएगा। संक्रमण के फैलाव की सम्भावना वाली जगह की भी जानकारी मिलेगी।
NOTE: हर्ड इम्यूनिटी वह सिचुएशन है जब आबादी का एक निश्चित हिस्सा किसी बीमारी के प्रति इम्यून हो जाता है। इससे संक्रमण बाकी आबादी में नहीं फैलता।
एनएससीबीएमसी में ही जांच
कोरोना काल में गम्भीर संक्रमितों का उपचार करने वाले मेडिकल कॉलेज पर ही सीरो सर्वे की जिम्मेदारी होगी। सूत्रों के अनुसार सर्वे टीमों के साथ मेडिकल कॉलेज का कम्युनिटी मेडिसिन विभाग तालमेल रखेगा। पैथोलॉजी और माइक्रोबायोलॉजी विभाग की सहायता से सर्वे में मिले नमूने का एंटीबॉडी टेस्ट भी मेडिकल कॉलेज में होगा। सोमवार से सर्वे शुरू करने की कवायद की जा रही है।
शहर में सीरो सर्वे होना है। इसके लिए तैयारियां चल रही है। सर्वे दल गठित कर दिए है। इनका 5 दिसंबर को प्रशिक्षण कार्यक्रम होना है। उसके बाद जल्द ही सर्वे प्रारंभ किया जाएगा।
– डॉ. रत्नेश कुररिया, जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी