crime news : पे रोल जनरेशन और बिल क्रिएट करने वाले ऑडिट विभाग के बाबू संदीप शर्मा, उप संचालक मनोज बरहैया समेत पांच आरोपियों की गिरफ्तारी पर डीआइजी अतुल सिंह ने भी दस-दस हजार रुपए इनाम की घोषणा की है। इसके बाद इनाम की राशि बढकऱ 20-20 हजार रुपए हो गई है। इससे पहले एसपी संपत उपाध्याय ने 10-10 हजार रुपए की घोषणा की थी। सभी आरोपियों पर 12 मार्च को ओमती थाने में धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज किया गया था।
ऑडिट कार्यालय के बाबू संदीप शर्मा का मासिक वेतन 34 हजार रुपए है। उसने सॉफ्टवेयर में छेड़छाउ़ कर शासन के खाते से चार लाख 35 हजार रुपए अपने खाते में बतौर सैलरी ट्रांसफर किए। यह मूल वेतन से 56 लाख 58 हजार 718 रुपए अधिक था। उसने 95 लाख 23 हजार 129 रुपए का अनाधिकृत आहरण भी किया। उसने अर्जित अवकाश समर्पण और समूह बीमा योजना के चार करोड़ 69 लाख 82 हजार 551, परिवार कल्याण निधि का 57 लाख 87 हजार 479 रुपए का भुगतान अपने और रिश्तेदारों के बैंक अकाउंट में कर दिया।
crime news : इन्हें भी पहुंचाया लाभ
इसी कार्यालय में पदस्थ अनूप कुमार बौरिया को डीए एरियर की राशि 28 हजार आठ रुपए स्वीकृत हुई, लेकिन सॉफ्टवेयर में फर्जीवाड़ा कर संदीप ने उसे दो लाख 53 हजार रुपए का लाभ दिया। उसने संचालनालय स्थानीय निधी संपरीक्षा भोपाल सतपुडा भवन कार्यालय में पदस्थ उपसंचालक मनोज बरहैया, सीमा अमित तिवारी, प्रिया विश्नोई व अनूप कुमार के खाते में भी रकम जमा की। ये चारों आरोपी संदीप के फर्जीवाड़ा में भी शामिल थे।
Hindi News / Jabalpur / 7 करोड़ रुपए का गबन कर ऑडिट कार्यालय के उपसंचालक, बाबू समेत पांच फरार, इनाम बढ़ाया