जबलपुर। कहावत है पूरी मेहनत पानी में चली गई। इसी तरह की एक कहावत इन दिनों जबलपुर में कुछ अलग अंदाज में दिख रही है। यहां पानी का शुल्क पूरी तरह से पानी में जा रहा है। शहर में नल कनेक्शन के मुकाबले एक तिहाई लोग भी जल शुल्क का भुगतान नहीं कर रहे हैं। जिन लोगों की ओर से संपत्ति कर समय पर चुकाया जा रहा है वे भी नगर निगम को जल शुल्क देने से बच रहे हैं। नगर में डेढ़ लाख से ज्यादा नल कनेक्शनधारी हैं, लेकिन उनमें से महज बयालीस हजार लोगों ने ही अब तक जल शुल्क का भुगतान किया है। ऐसे में निगम अब जल शुल्क वसूलने के लिए पूरा जोर लगा रहा है। लगातार संपर्क के बावजूद जल शुल्क का भुगतान नहीं करने वालों के नल कनेक्शन काटे जा रहे हैं। अब तक पांच सौ से ज्यादा नल कनेक्शन काटे जा चुके हैं।
मुनादी कर दे रहे मोहलत
निगम के जल विभाग की टीम सभी वार्डों में मुनादी कर लोगों को हिदायत दे रही की हर हाल में बकाया जल शुल्क चुकाएं, भुगतान नहीं करने पर नल कनेक्शन काट दिया जाएगा। भुगतान कर लोगों को चार-पांच दिन की मोहलत भी दी जा रही है। इस अवधि में भी जल शुल्क का भुगतान नहीं करने वालों का नल कनेक्शन काटा जा रहा है। जिन वार्डों में महज बीस से तीस प्रतिशत लोग ही जल शुल्क चुका रहे हैं वहां जलापूर्ति भी बाधित करने का निर्णय लिया गया है। नगर निगम के कार्यपालन यंत्री कमलेश श्रीवास्तव ने बताया कि नल कनेक्शनधारकों पर बकाया कर राशि करोड़ों में है उसकी वसूली के लिए अभियान चलाया जा रहा है। मुनादी कर बकायादारों को संदेश दिया जा रहा है की जल शुल्क का भुगतान करें। भुगतान नहीं करने वालों के नल कनेक्शन काटे जा रहे हैं।