
Bhedaghat
जबलपुर। धुआंधार जलप्रपात जबलपुर ही नहीं, बल्कि पूरे मध्यप्रदेश का एक महत्मपूर्ण पर्यटन स्थल है। 10 मीटर की ऊंचाई से गिरने वाले इस प्रपात की छटा अनुपम है। इसकी उत्पत्ति नर्मदा नदी से होती है। यह सुरम्य प्रपात प्रसिद्ध संगमरमर की चट्टानों से निकलता है। यह प्रपात जब बड़ी धारा के साथ गिरती है तो पानी के गिरने की आवाज काफी दूर सुनाई देती है। इस प्रपात के गिरने से उस स्थान पर कुहासा या धुंआ सा बन जाता है। इसलिए इसे धुआंधार जलप्रपात कहा जाता है।
सुंदरता के लिहाज से धुआंधार जलप्रपात एक असाधारण स्थल है, जिससे पूरे साल बड़ी संख्या में पर्यटक यहां आते हैं। यह जगह अपने दोस्तों और परिवार के साथ पिकनिक मनाने के लिए भी काफी आदर्श है। जलप्रपात के सामने काफी बड़ा खुला स्थान है। जबलपुर शहर से 25 किमी दूर स्थित यह जलप्रापत अपनी मनमोहक सुंदरता के कारण एक चर्चित पर्यटन स्थल है।
जब पानी लील लेता है जलप्रपात
कभी कभी यहां पर इस तरह का रोमांचक दृश्य भी पैदा होता है। दरअसल यह स्थिति बरगी बांध के कारण उत्पन्न होती है। बरगी बांध के 7 गेट खोलकर यहां से पानी रिलीज किया जाता है। बांध का पानी जब आगे जाकर भेड़ाघाट पहुंचता है तो यहां के जलप्रपात को भी लील लेता है। इस दौरान न तो चट्टानों से नीचे पानी गिरता है, न ही जोरदार आवाज आती है और न धुआं उठता है। भेड़ाघाट पर चारों तरफ सिर्फ पानी ही पानी दिखाई देता है। यहां आने वाले सैलानी बताते हैं कि बरगी के गेट खुलते ही पानी तेजी से भेड़ाघाट की और बढ़ता है और धुआंधार जलप्रपात को अपने आगोश में समा लेता है।
देशभर से आते हैं लोग
मप्र में जबलपुर के आसपास के जिलों के लोग तो बसों, पर्सनल गाड़ियों से गाहे बगाहे यहां पर आते ही रहते हैं। इसके साथ देशभर के जिलों से लोग इस प्रपात को देखने के लिए आते हैं। यहां पर उठता पानी का धुआं बच्चों को बेहद रोमांचित करता है।
Published on:
25 Apr 2022 04:25 pm
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