Dial 100 पर शिकायत आने पर पांच से सात मिनट में घटना स्थल पर पहुंचने वाले एफआरवी वाहन अब घंटों में घटना स्थल पर पहुंच रहे हैं।
Dial 100 पर शिकायत आने पर पांच से सात मिनट में घटना स्थल पर पहुंचने वाले एफआरवी वाहन अब घंटों में घटना स्थल पर पहुंच रहे हैं। कई वाहन खटारा हो चुका हैं, तो कई खराब पड़े हैं। जानकारी के अनुसार अभी दस एफआरवी के पहिए थम गए हैं, इस कारण थानों के स्टाफ को भी परेशान होना पड़ रहा है। अधिकारी दावा कर रहे हैं कि एफआरवी के लिए जल्द ही नए वाहन मिलने वाले हैं। इसका ठेका हो गया है और इसकी प्रक्रिया भी भोपाल में चल रही है।
Dial 100 : परेशान हो रहे आवेदक, कई गाड़ियां खराब
सुधरवाने के बजाय अफसर कर रहे नए वाहनों का इंतजार
शहर में आपराधिक घटनाएं अधिक होने के कारण भौगोलिक रूप से बड़े और संवेदनशील थाना क्षेत्रों में दो एफआरवी तैनात की गई है। इसमें ओमती, गोरखपुर, रांझी, अधारताल, लार्डगंज, सिविल लाइंस, घमापुर, गोहलपुर और हनुमानताल में दो-दो एफआरवी हैं। वहीं केंट, लार्डंगंज, विजय नगर, मदन महल, सिविल लाइंस थानों में शिकायतों का ग्राफ कम होने के कारण यहां एक-एक एफआरवी की तैनाती की गई है। जानकारी के अनुसार जिन थानों में दो एफआरवी तैनात हैं, वहां शिकायतों का ग्राफ अधिक है। उन्हें कम नहीं किया जा रहा है।
जिले में कुल 44 एफआरवी हैं, इनमें शहर में 32 और देहात में 12 वाहन हैं। इनमें से कई ऑफ रोड भी हैं। एफआरवी को शहर में किसी भी शिकायत पर अधिकतम दस मिनट और देहात में आने वाली शिकायतों में अधिकतम 30 मिनट पर मौके पर पहुंचना होता है। लेकिन हाल ही में इनका रिस्पांस टाइम बढ़ गया है। शहर में इसे 25 मिनट और देहात में दो घंटे लग रहे हैं।
Dial 100 : किसी भी शिकायत पर पुलिस तत्काल मौके पर पहुंचती है। फर्स्ट रिस्पांस वीकल पुराने हो गए हैं। उनका समय-समय पर मैंटेनेंस किया जाता है। कुछ वाहन ऑफ रोड हैं, उन्हें भी सुधार कार्य के लिए भेजा गया है। थाने की पेट्रोलिंग और चीता भी मौके पर पहुंचने के निर्देश हैं।