
अजमेर आना सागर झील मैं बने टापू पर है डायनासोर
जबलपुर. नर्मदा बेसिन में मिले डायनासोर के अंडे दुनियाभर के पर्यटकों को मार्बल सिटी खींच लाएंगे। मध्यप्रदेश पर्यटन विकास निगम (एमपीटी) ने पर्यटन प्रमोशन के लिए ऐसे स्थलों को प्रमुख डेस्टीनेशन की सूची में शामिल किया है। धुआंधार, बंदरकूदनी, चौसठयोगिनी मंदिर के साथ लम्हेटाघाट के उस क्षेत्र का भी प्रमोशन किया जा रहा है, जहां डायनासोर के अंडे मिले थे।
जियोलॉजिकल पार्क का होना है विकास
लम्हेटाघाट में नर्मदा की करोड़ों साल पुरानी चट्टानों और डायनासोर के जीवाश्म वाले क्षेत्र को जियोलॉजिकल पार्क के रूप में विकसित किया जाना है। प्रोजेक्ट के लिए जमीन चिह्नित है, केन्द्रीय दल साइट का दौरा कर चुका है।
रमणीय स्थल मोह लेते हैं मन-
भेड़ाघाट में स्वर्गद्वारी, शिवपंडी, त्रिमूर्ति, बादलमहल से लेकर संगमरमर की दूधिया चट्टानों के बीच से होकर प्रवाहित होती नर्मदा लोगों का मन मोह लेती है। राजकपूर, ऋतिक रोशन, करीना कपूर सभी इन नजारों को देखकर नि:शब्द हो चुके हैं। मौजूदा दौर में बॉलीवुड के शो मेन कहे जाने वाले सुभाष घई, पाŸव गायक उदित नारायण, अभिजीत भट्टाचार्य, कैलाश खेर, भजन साम्राज्ञी अनुराधा पोडवाल इन स्थलों को अद्वितीय बता चुकी हैं।
संगमरमरीवादियों में सभी रमणीय स्थलों का सामूहिक पैकेज ही अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल का स्वरूप देता है। एमपीटी की डेस्टीनेशन सूची में प्रमुखता से डायनासोर जीवाश्म की साइट का शामिल किया जाना अच्छी पहल है। प्रमोशन किए जाने पर इस साइट को देखने पर्यटक अवश्य आएंगे।
-अनिल तिवारी, पूर्व सदस्य, मप्र पर्यटन विकास निगम
Published on:
08 Jun 2020 10:56 pm
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