समापन सत्र में अध्यक्ष जस्टिस ओख ने कहा कि रिट्रीट में हुई परिचर्चा के दौरान कई ऐसी बेस्ट प्रैक्टिस सामने आई है, जो हर अकादमी को अपनाना चाहिए। राज्य न्यायिक अकादमी के डायरेक्टर रामकुमार चौबे ने आभार जताते हुए कहा कि इस आयोजन ने देश में न्यायिक प्रशिक्षण के लिए तय राज्यों की सीमाओं को तोड़ दिया। अब सभी अकादमियों में एक दूसरे के बेहतर प्रशिक्षण के तौर तरीके अपनाए जाएंगे। अतिरिक्तडायरेक्टर यशपाल सिंह उपस्थित थे। कार्यक्रम के अंत में डायरेक्टर रामकुमार चौबे ने दो दिवसीय आयोजन पर आधारित कंसेप्ट नोट जारी किया। इसमें पूरे कार्यक्रम का उपसंहार है। समापन सत्र के दौरान ही इस 4 पृष्ठीय नोट का विमोचन भी किया गया।