जबलपुर जिले में 12वीं में 48.91 और 10वीं में 58.54 प्रतिशत विद्यार्थी सफल, बेटियां फिर अव्वल
परीक्षा परिणाम
10वीं कक्षा
जिले का परिणाम 58.54
कुल छात्र 22,883
पास हुए 13,306
छात्र 53.54 प्रतिशत
छात्राएं 62.21 फीसदी
12वीं कक्षा
जिले का परिणाम 48.91
कुल छात्र 19,213
पास हुए 9396
छात्र 44.84
छात्राएं 52.53
समूहवार प्रतिशत
संकाय प्रतिशत
- ह्यूमिनिटीज 32.71
- साइंस 65.72
- कॉमर्स 45.46
- एग्रीकल्चर 63.46
- होमसाइंस 84
नतीजे प्रभावित होने के कारण
- स्कूलों में नया स्टाफ
- शिक्षकों को पढ़ाने का अनुभव नहीं होना
- बच्चों के मनोविज्ञान को न समझ पाना
- अफसरों की लापरवाही
जबलपुर। माध्यमिक शिक्षा मंडल की हाईस्कूल और हायर सेकंडरी परीक्षाओं का नतीजा जबलपुर जिले के लिए मिला-जुला रहा। 12वीं कक्षा के नतीजे ने बेहद निराजनक हैं। 19213 विद्यार्थियों में से महज 48.91 प्रतिशत (9396) ही पास हुए। पिछले वर्ष 65 प्रतिशत छात्र सफल हुए थे। वहीं, 10वीं कक्षा के परिणाम में 14 प्रतिशत का सुधार हुआ है। पिछले साल 44 प्रतिशत विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए थे। इस बार 58.45 प्रतिशत पास हुए। इस बार भी दोनों कक्षाओं में छात्राओं ने बेहतर प्रदर्शन किया। बेटों की तुलना में आठ प्रतिशत अधिक बेटियां पास हुई हैं।
परिणाम का गणित परेशान करने वाला
जिले से 12वीं की परीक्षा में 7183 विद्यार्थी फेल हो गए। इनमें 3785 छात्र और 3398 छात्राएं शामिल हैं। 2629 विद्यार्थियों को सप्लीमेंट्री आई है। वहीं, दसवीं परीक्षा में जिले से 22883 विद्यार्थी शामिल हुए थे। इनमें से 13306 पास हुए। 7161 छात्र असफल रहे हैं। इसमें 3929 छात्र और 3232 छात्राएं शामिल हैं। दो हजार विद्यार्थियों को सप्लीमेंट्री आई है।
तीन संकाय में मेरिट में सन्नाटा
बारहवीं कक्षा में कला, साइंस, कृषि और फाइन ऑर्ट संकाय का एक भी छात्र प्रदेश की मेरिट सूची में जगह नहीं बना सका। इस बार मेरिट में जगह बनाने में निजी स्कूलों के छात्र आगे रहे। दसवीं कक्षा में एक भी सरकारी स्कूल प्रदेश की मेरिट सूची में शामिल नहीं है। बारहवीं के वाणिज्य संकाय को छोडकऱ अन्य किसी भी संकाय में मॉडल स्कूल को छोडकऱ कोई भी सरकारी स्कूल प्रदेश मेरिट में जगह नहीं बना पाया है।
बोर्ड परीक्षा के नतीजों की समीक्षा कर प्रभावित होने के कारणों का पता लगाएंगे। जो भी कमियां सामने आएंगी, उन्हें दूर करने का प्रयास किया जाएगा।
जीएस सोनी, जिला शिक्षा अधिकारी