scriptडॉक्टर कहते हैं पोर्टेबल ऑक्सीजन केन का भरोसा पड़ सकता है भारी, फिर भी  धड़ल्ले से हो रही बिक्री | Doctors say portable oxygen can sales are going on indiscriminately | Patrika News

डॉक्टर कहते हैं पोर्टेबल ऑक्सीजन केन का भरोसा पड़ सकता है भारी, फिर भी  धड़ल्ले से हो रही बिक्री

locationजबलपुरPublished: Sep 28, 2020 07:58:36 pm

Submitted by:

shyam bihari

जबलपुर में डॉक्टर्स की सलाह कोरोना संदिग्ध या संक्रमित हो सांस लेने में तकलीफ पर अस्पताल जल्दी आना जरूरी
 
 

oxygen cylinders

oxygen cylinders

जबलपुर। कोरोना के लगातार फैलाव के बीच संक्रमण से लड़ाई की जरूरत के लिए जबलपुर के बाजार में कई तरह के टूल धड़ल्ले से बिक रहे है। जबसे कोरोना मरीजों को ऑक्सीजन थैरेपी से फायदे की बात निकलकर सामने आई है, ऑक्सीजन के अलग-अलग पैक बाजार में बिकने लगे हैं। दुकानों से लेकर ई-कॉमर्स कम्पनियों के प्लेटफॉर्म पर ऑक्सीजन केन आसानी से उपलब्ध है। जरूरत पडऩे पर घर में रहकर कोरोना मरीज को थैरेपी के लिए लोग पांच से छह सौ रुपए में मिल रहे पोर्टेबल ऑक्सीजन केन खरीद रहे है। लेकिन, जानकार इन ऑक्सीजन केन को घर पर उपयोग के लिए बेहतर नहीं मान रहे। इसके भरोसे ज्यादा देर तक कोरोना मरीज को स्थिर नहीं रखा जा सकता। विशेषज्ञ चिकित्सकों के अनुसार सांस लेने में समस्या महसूस होने पर मरीज का अस्पताल जल्दी आना जरूरी है। बाजार में बिक रहे पोर्टेबल ऑक्सीजन केन में 200-250 पफ/ ब्रीथ शॉट होते है। सांस लेने में समस्या होने पर इसका निरंतर प्रयोग होने पर एक केन 2-5 मिनट में खत्म हो जाती है। जानकारों का मानना है कि यह केन इमरजेंसी में मरीज को कुछ देर ऑक्सीजन देने तक काम आ सकती है।

ज्यादातर खरीददार कोरोना की जरूरत को देखते हुए ऑक्सीजन केन मांग रहे हैं। लेकिन, इसकी पैकिंग में दर्ज चेतावनी को नजरअंदाज कर रहे हैं। केन में ड्राय ऑक्सीजन है, जो केमिकल बेस्ड है। उपयोग में लापरवाही से स्वास्थ्य एवं नाजुक अंग को नुकसान हो सकता है। वृद्ध मरीज को ऑक्सीजन प्रेशर से समस्या हो सकती है। दवा कारोबारियों के अनुसार पहले ऑक्सीजन केन की पूछ-परख ही नहीं थीं। हाल में कई कम्पनियों ने यह उत्पाछ उपलब्ध कराया है। एक महीने के अंदर ऑक्सीजन केन से लेकर मिनी सिलेंडर की पूछताछ भी बढ़ी है।
ऑक्सीजन लेवल अलर्ट
-97 प्रतिशत के करीब होता है रक्त में ऑक्सीजन का सामान्य स्तर। यह 95 से 99 प्रतिशत के बीच भी हो सकता है।
– 95 प्रतिशत से कम लगातार बने रहने पर कोरोना संदिग्ध या संक्रमित को सावधान होना चाहिए। लगातार ध्यान देना होगा।
– 50 से 70 प्रतिशत के बीच आ जाता है कोरोना संक्रमित के रक्त में ऑक्सीजन का स्तर सम्बंधित के अनदेखी करने पर।
– 80 प्रतिशत के स्तर पर ऑक्सीजन पहुंचने पर शरीर के प्रमुख अंगों के खराब होने का खतरा सामान्य रूप से बढ़ जाता है।
– 05 सौ से 06 सौ रुपए में मिल रहे पोर्टेबल ऑक्सीजन केन/सिलेंडर
– 05 से ज्यादा पोर्टेबल ऑक्सीजन सिलेंडर की फिलहाल प्रतिदिन बिक्री
– 2-5 मिनट के करीब ही एक केन से ऑक्सीजन निकलती है लगातार
– 2-3 लीटर प्रति घंटे तक जरुरत पडऩे पर कोरोना में ऑक्सीजन देते हैं

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो