बताया जा रहा है कि मुख्य अभियंता शहडोल देवेंद्र कुमार पर उमरिया, शहडोल और अनूपपुर में पदस्थ कार्यपालन अभियंता से लेकर कनिष्ठ अभियंताओं ने आरोप लगाए है। इसमें कहा गया है कि जनवरी 2019 से अप्रैल 2019 में जब देवेंद्र कुमार उमरिया में अधीक्षण यंत्री थे तब वे होटल कृष्णा में ठहरे। इस होटल का भुगतान तत्कालीन कार्यपालन अभियंता उमरिया और कनिष्ठ अभियंता के द्वारा 82 हजार रुपये किया गया। इसके अलावा सितंबर माह में मुख्य अभियंता के पद पर पहुंचते ही तब उन्होंने कार्यपालन अभियंता मुकेश सिंह पर घर में केंट आरओ 18000 रुपये तथा एसी रिपेयरिंग पर 10800 रुपये का भुगतान करने का दवाब बनाया। दोनों ही आरोपों में बतौर सबूत बिल की प्रति भी संलग्न की गई है। वहीं मुख्य अभियंता ने एक आउटसोर्स कर्मी बहादुर सोधिया को घर में घरेलू कामकाज के लिए लगाया हुआ है जबकि उस कर्मी का भुगतान कंपनी के माध्यम से होता है।
अभियंताओं का आरोप है कि देवेंद्र कुमार जब उमरिया में अधीक्षण अभियंता के पद पर थे तब उनके द्वारा उपभोक्ताओं को बिल में गलत ढंग से रियायत दी गई है जबकि इस मामले में कनिष्ठ अभियंता को दोषी बताकर निलंबित किया गया। उमरिया जिले में उस दौरान 22 करोड़ रुपये की सीसीबी से छूट दी गई जबकि सालभर की कैश डिमांड ही 48 करोड़ रुपये रहती है इसमें आधी राशि की छूट दी गई।
इन्होंने की है शिकायत
एमएल विश्वकर्मा अधीक्षण अभियंता शहडोल, अलीम खान अधीक्षण अभियंता उमरिया, सीपी सिंह अधीक्षण अभियंता अनूपपुर, लक्ष्मण नामदेव कार्यपालन अभियंता उमरिया, मुकेश सिंह कार्यपालन अभियंता शहडोल, ब्रजेश कुमार द्विवेदी कार्यपालन अभियंता अनूपपुर, जीतेंद्र कुमार गुप्ता सहायक अभियंता अनूपपुर, डीके तिवारी सहायक अभियंता बुढ़ार समेत कुल 42 अभियंताओं ने आवेदन पर हस्ताक्षर कर शिकायत दी है। उन्होंने कहा कि यदि मुख्य अभियंता के खिलाफ कार्यवाही नहीं हुई तो वे सामूहिक कार्य का बहिष्कार करेंगे।
एमएल विश्वकर्मा अधीक्षण अभियंता शहडोल, अलीम खान अधीक्षण अभियंता उमरिया, सीपी सिंह अधीक्षण अभियंता अनूपपुर, लक्ष्मण नामदेव कार्यपालन अभियंता उमरिया, मुकेश सिंह कार्यपालन अभियंता शहडोल, ब्रजेश कुमार द्विवेदी कार्यपालन अभियंता अनूपपुर, जीतेंद्र कुमार गुप्ता सहायक अभियंता अनूपपुर, डीके तिवारी सहायक अभियंता बुढ़ार समेत कुल 42 अभियंताओं ने आवेदन पर हस्ताक्षर कर शिकायत दी है। उन्होंने कहा कि यदि मुख्य अभियंता के खिलाफ कार्यवाही नहीं हुई तो वे सामूहिक कार्य का बहिष्कार करेंगे।
मुख्य अभियंता ने सारे आरोप किए खारिज
“शिकायतकर्ताओं के आरोप पूरी तरह से गलत और बेबुनियाद है। मेरे घर में सीमित उपकरण है। वो तो गलत ढंग से बिल कम करने के मामले में कुछ अफसर फंस रहे हैं उनके खिलाफ विभागीय जांच हो रही है इसलिए मेरे खिलाफ इस तरह का षड्यंत्र किया जा रहा है।”-देवेंद्र कुमार, मुख्य अभियंता शहडोल पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी
“शिकायतकर्ताओं के आरोप पूरी तरह से गलत और बेबुनियाद है। मेरे घर में सीमित उपकरण है। वो तो गलत ढंग से बिल कम करने के मामले में कुछ अफसर फंस रहे हैं उनके खिलाफ विभागीय जांच हो रही है इसलिए मेरे खिलाफ इस तरह का षड्यंत्र किया जा रहा है।”-देवेंद्र कुमार, मुख्य अभियंता शहडोल पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी