एम्बुलेंस से फिर किराया सूची गायब, कई में ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं
जबलपुर. शहर में एम्बुलेंस चालकों और संचालकों की मनमानी फिर शुरू हो गई है। नियम विरुद्ध दौड़ रहीं एम्बुलेंस के चालक और संचालक मरीजों और उनके परिजनों से ज्यादा किराया वसूल रहे हैं। परिवहन विभाग ने कुछ समय पहले नियम विरुद्ध दौड़ रही एम्बुलेंस के खिलाफ कार्रवाई की थी। कार्रवाई बंद होने से एम्बुलेंस संचालक फिर से मनमानी पर उतर आए हैं। मरीजो से दो से तीन गुना अधिक किराया वसूल रहे हैं। आलम यह है कि यदि कोई मरीज बाहर से एम्बुलेंस कम दामों में ले आए, तो एम्बुलेन्स चालक उससे विवाद करते हैं। उनका खौफ इतना है कि उनकी मर्जी के बिना दूसरी एम्बुलेंस अस्पताल परिसर में नहीं आ सकती। ये अन्य एम्बुलेंस चालकों से मारपीट भी कर चुके हैं।
कार्रवाई थमते ही मनमानी पर उतरे एम्बुलेंस चालक : परिवहन विभाग और प्रशासन नहीं रोक रहे मनमानी
मेडिकल अस्पताल में कुछ समय पहले बाहर की एम्बुलेंस बुलाने पर एम्बुलेंस संचालक और उसके गुर्गों ने एक व्यक्ति पर हमला कर दिया था। घटना में उसकी मां की मौत हो गई थी। जिसके बाद पुलिस, प्रशासन और आरटीओ ने एम्बुलेन्सों को अस्पताल परिसर से बाहर का रास्ता दिखा दिया था। सभी एम्बुलेन्स में कुछ समय पहले तक किराया सूची चस्पा करना अनिवार्य था। ऐस न करने पर एम्बुलेंस जब्त कर ली जाती थी। एम्बुलेंस से अब किराया सूची हटा दी गई है।
सरकारी अस्पतालों से संचालित होने वाली एम्बुलेन्स- 100
प्रायवेट अस्पतालों से संचालित होने वाली एम्बुलेन्स- 250
ये कमियां हैं एम्बुलेंस में
● किराया सूची चस्पा नहीं।
● ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं।
● नेबोलाइजर मशीन नहीं
● सीज फायर की व्यवस्था नहीं
● ड्रिप लगाने की व्यवस्था नहीं
● कई के स्ट्रेचर खराब
● फर्स्ट एड बॉक्स नहीं
● दस्तावेज अधूरे।
● परिचालकों के पास लाइसेंस नहीं।
● वाहन के शीशे काले
नियम विरुद्ध तरीके से दौड़ रही और मनमाना किराया वसूल रही एम्बुलेन्स के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जिनमें खामियां मिलेंगीं, उन्हें जब्त किया जाएगा।
- जितेन्द्र रघुवंशी, आरटीओ