सिहोरा। कृषि उपज मंडी में पिछले दो दिनों से चल रही हड़ताल ख़त्म हो गई। बुधवार को मंडी प्रांगण में उपज की नीलामी (डाक) का काम 11 बजे से चालू हो गया। मंडी में धान की नीलामी में हड़ताल पर व्यापारियों ने बोली लगाई। हड़ताल ख़त्म होने से किसानों को बड़ी राहत मिली है, क्योंकि तीन दिन बाद त्योहार के चलते ग्रामीण क्षेत्र के किसानों को रूपयों की सबसे ज्यादा जरूरत थी।
सिहोरा मंडी में पंजीकृत 70 व्यापारियों ने मंडी प्रांगण के बाहर अपने प्रतिष्ठान से उपज की खरीद कर अनुबंध पत्र मंडी से जारी करने सहित अन्य मागों को लेकर सोमवार से हड़ताल पर चले गए थे। व्यापारियों के हड़ताल पर जाने से मंडी में उपज की नीलामी पूरी तरह ठप्प हो गया था। किसान मंडी में धान, गेहूं और सिघाड़ा के विक्रय को लेकर परेशान थे। दो दिनों में मंडी को करीब पौने दो लाख के राजस्व का नूकसान हुआ। मंगलवार को मंडी समिति और सदस्यों की बैठक में प्रांगण के बाहर व्यापारियों द्वारा उपज ख़रीदी करने पर अनुबंध पत्र जारी नहीं करने का निर्णय लिया गया। साथ ही नीलामी में शामिल नहीं होने वाले व्यापारियों के लाइसेंस निरस्त करने की बात कही। जिसके बाद व्यापारी बुधवार से खरीदी करने तैयार हो गए।
इनका कहना
मंडी प्रांगण के बाहर उपज ख़रीदने पर अनूबन्ध पत्र जारी करने का कोई नियम नहीं है। मंडी समिति की बैठक में कोरम ने निर्णय लिया कि व्यापारियों की मागें पूरी तरह अनुचित हैं। व्यापारी आज से नीलामी में शामिल हो गए हैं।