पीड़ित वृद्धा खमरिया निवासी राधा बाई पटेल (65) के अनुसार अधिक ब्याज दर की लालच में उसने छह साल पहले कंपनी के एजेंट एजेंट गगन श्रीवास्तव के माध्यम से कैमूना क्रेडिट कोआपरेटिव सोसायटी पनागर में जमा किए थे। उसे हर महीने आठ फीसद की दर से ब्याज मिल रहा था। लेकिन चार जनवरी 2020 को अचानक से बयाज मिलना बंद हो गया। एजेंट गगन श्रीवास्तव से संपर्क किया तो उसने कोई जानकारी नहीं दी। कुछ दिन बाद एजेंट बाद भी कही चला गया। वह कंपनी के कार्यालय पहुंची तो वो बंद मिला। आसपास के लोगों से जानकारी मिली की कि इस कंपनी की शाखाएं बंद हो गई है। वृद्धा के मुताबिक अब तो एजेंट भी फोन नहीं उठाता। ऐसे में उसने पनागर पुलिस से इसकी शिकायत की जिस पर पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है।
पनागर पुलिस ने मामले में कैमूना क्रेडिट कोआपरेटिव सोसायटी लिमिटेड कंपनी खोलने वाले आरोपी प्रदीप अस्थाना के खिलाफ धारा 420 भादवि और 6 म.प्र. निवेषकों के हितों का संरक्षण अधिनियम का प्रकरण दर्ज कर लिया।