जिम्मेदार भी नहीं दे रहे ध्यान
गैस सिलेंडर से आग के बढ़ रहे मामले, कारणों को लेकर गम्भीर नहीं एजेंसियां
यह है नियम
गैस एजेंसियों के लिए अनिवार्य है कि वे साल में एक बार हर उपभोक्ता के गैस कनेक्शन की जांच कराएं। रीफिलिंग के बाद गैस सिलेंडर की घर में डिलेवरी के दौरान भी एजेंसी के हॉकर की जिम्मेदारी है वह सिलेंडर की ठीक ढंग से जांच कर ले की वॉशर संबंधी को समस्या तो नहीं है।
रीफिलिंग पर नियमित कार्रवाई नहीं- शहर में बड़ी संख्या में वाहनों में एलपीजी सिलेंडर की किट लगवा ली गई है। नगर के रिहायशी इलाकों में घरों में ही मशीन रखकर लोग रसोई गैस सिलेंडर से वाहन के सिलेंडर में गैस रिफिल कर रहे हैं। इसके बावजूद खाद्य एवं आपूर्ति विभाग नियमित कार्रवाई नहीं कर रहा है।
रसोई गैस सिलेंडर से रिफिलिंग करने की शिकायत आने पर कार्रवाई की जा रही है। मनमोहन नगर में एक मामले में रिफिलिंग करने वाले पर एफआईआर भी कराई गई है।
– संजय खरे, वरिष्ठ खाद्य एवं आपूर्ति निरीक्षक
गैस सिलेंडर का पाइप व रेग्युलेटर समय पर नहीं बदलने से लेकर सिलेंडर के वॉशर में समस्या होने जैसे कारणों से आग लगने की घटनाएं होने के मामले सामने आ रहे हैं।
– कुशाग्र ठाकुर, फायर अधीक्षक, नगर निगम