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प्रायवेट स्कूलों की तर्ज पर अब सरकारी स्कूलों में लगेगी स्मार्ट क्लास

दस हजार छात्रों को होगा फायदा, 12 स्कूलों का चयन

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: smart class

जिले के दस हजार छात्रों को होगा फायदा, 12 स्कूलों का चयन

यह है िस्थति

-12 स्कूल शामिल

-04 हायर सेकेंडरी

-07 हाईस्कूल

-01 आवासीय

-30 लाख रुपए होंगे खर्च

यह फायदा

- पढ़ाई की व्यस्था होगी बेहतर

- शिक्षक बनेंगे पढ़ाई में स्मार्ट

-निजी स्कूलों के समान व्यवस्था

-ऑनलाइन मोड पर भी होगी पढ़ाई

जबलपुर .

जिले के सरकारी स्कूलों में कक्षाओं को स्मार्ट बनाया जाएगा। यहां पढ़ने वाले करीब दस हजार छात्रों को इसका फायदा होगा। यह पहला मौका है जब सरकारी स्कूलों की दशा को सुधारा जा रहा है। अभी तक जिले के सरकारी स्कूलों में इस तरह की कोई भी व्यवस्था उपलब्ध नहीं थी। नगर निगम के स्कूलाें में स्मार्ट कक्षाओं का संचालन हो रहा है। 12 स्कूलों में स्मार्ट क्लास को तैयार किया जाएगा।

ये स्कूल शामिल

शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल गढ़ा, शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल भीटा फुलर, श्रमोदय आवासीय विद्यालय, शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल बरमान, शासकीय हायर सेकेंडरी गर्ल्स स्कूल मझगंवा, शासकीय हाई स्कूल रिठौरी, शासकीय हाई स्कूल सुहागी, शासकीय हाईस्कूल सहजपुर, शासकीय हाईस्कूल मगरमुहां, शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल मझौली, शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल कुंडम और शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल शहपुरा शामिल हैं।

हार्डवेयर-सॉफ्टवेयर होंगे इंस्टॉल

सभी स्कूलों में संबंधित एजेंसी हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर उपलब्ध कराएगी। इसके तहत आईटी अधोसंरचना की स्थापना की जाएगी। एजेंसी कॅम्प्यूटर और हार्डवेयर, ऑपरेटिंग सिस्टम सॉफ्टवेयर और अन्य उपकरण प्रदान करेगी। 5 साल तक इसकी देखरेख का जिम्मा भी एजेंसी का होगा। स्कूल के शिक्षकों और कर्मचारियों को इसके संचालन से जुड़ी तकनीकी ट्रेनिंग दी जाएगी।

बदल रही व्यवस्था

शिक्षण की व्यवस्था में तेजी से बदलाव हो रहा है। स्मार्ट क्लास शिक्षण का प्रभावी माध्यम बन गया है। प्रोफेशनल्स की ओर से तैयार किए गए ग्राफिक्स, ऑडियो, वीडियो और मल्टीमीडिया सामग्री का उपयोग शिक्षण में किया जा रहा है।

वर्जन

सरकारी स्कूलों में पहली बार स्मार्ट कक्षाओं का संचालन शुरू किया जाएगा। जिले के बारह स्कूलों में यह व्यवस्था की जा रही है। इससे सरकारी स्कूलों में भी शिक्षण व्यवस्था बेहतर होगी।

सुनील गुप्ता, एडीपीसी, स्कूल शिक्षा विभाग