
हाईप्रोफाइल लडक़ी ने खोजा शादी डॉट कॉम पर NRI दूल्हा, फिर लुट गया सबकुछ
जबलपुर। गोरखपुर थाना क्षेत्र की हाइप्रोफाइल परिवार से जुड़ी युवती से एनआरआइ बनकर 10.20 लाख रुपए की ठगी के मामले में स्टेट साइबर सेल ने दिल्ली एनसीआर से एक नामी कम्पनी के डिस्ट्रीब्यूटर को गिरफ्तार किया है। डिस्ट्रीब्यूटर ने जांच-पड़ताल किए बिना जालसाज की फेक कम्पनी के नाम पर 600 कॉर्पोरेट सिम जारी कर दिया। इनका उपयोग देशभर में हुई ठगी में किया गया। इतना ही नहीं, डिस्ट्रीब्यूटर ने खुद के नाम पर भी एक कम्पनी बनाकर 1200 सिमें बदमाशों और जालसाजों को बांट दिया। स्टेट साइबर सेल के जबलपुर जोन के एसपी सुदीप गोयनका ने रविवार को मामले का खुलासा किया।
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दिल्ली एनसीआर से स्टेट साइबर सेल ने नामी कम्पनी के डिस्ट्रीब्यूटर को दबोचा
शादी डॉट काम के नाम पर शहर की युवती से 10.20 लाख की ठगी
ये है मामला
एसपी गोयनका के अनुसार फरवरी 2018 में युवती ने स्टेट साइबर सेल को दी शिकायत में बताया कि मेट्रीमोनियल साइट (शादी डॉट काम) पर जालसाज ने खुद को एनआरआइ डॉक्टर बताकर शादी का प्रस्ताव दिया। युवती और उसके परिवार को मिलने के बहाने विदेश से भारत आने के लिए कहा। फिर दिल्ली एयरपोर्ट पर पकड़े जाने और कस्टम ड्यूटी के नाम पर अलग-अलग खातों में 10.20 लाख रुपए जमा कराए। ठगी का अहसास होने पर युवती ने शिकायत की। स्टेट साइबर सेल ने मामले में धारा 420, 468, 471, 120 बी और 66 डी आइटी एक्ट का प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की।
6.50 लाख रुपए होल्ड कराए
स्टेट साइबर सेल ने मामले की पड़ताल कर विभिन्न बैंकों के खाते में ट्रांसफर किए गए 6.50 लाख रुपए होल्ड कराए। स्टेट साइबर सेल ने विवेचना में सामने आए मोबाइल नम्बर और बैंकों से जानकारी निकाली कि सिम फर्जी पते पर जारी की गई है। इसी आधार पर पता चला कि सिम परफेक्ट स्कॉट साल्यूशन प्रा.लि. कम्पनी के नाम पर जारी की गई है। उक्त कम्पनी के नाम पर 600 कॉर्पोरेट सिम जारी की गई है। कम्पनी का नाम और पता भी फर्जी निकला। इसके बाद स्टेट साइबर सेल के प्रभारी निरीक्षक हरिओम दीक्षित, एसआइ पंकज साहू, रोशनी नर्रे व अन्य की टीम ने सिम जारी करने वाले रिटेलर यमुनानगर हरियाणा निवासी प्रदीप कुमार जठलाना को गिरफ्तार किया। पूछताछ में प्रदीप ने बताया, कम्पनी मुम्बई में संचालित है। उसने जानबूझकर गलत पते पर फर्जी सिमें जारी की थी। वह पूर्व में भी 1200 कॉर्पोरेट सिम अलग-अलग लोगों को मोटी कीमत पर जारी कर चुका है। इन सिमों का उपयोग पंजाब, पश्चिम बंगाल और कर्नाटक में जालसाजी और ठगी में किया गया। पंजाब में नार्कोटिक्स ड्रग तस्करी में भी इन सिमों का उपयोग हो रहा है। पंजाब पुलिस भी आरोपित की तलाश कर रही है। अभी मुख्य जालसाज स्टेट साइबर सेल के हत्थे नहीं चढ़ा है।
Published on:
26 Nov 2018 11:15 am
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