सेनेटाइजेशन के लिए उपलब्ध मशीनरी
-250 स्प्रे मशीन
-08 वीकल मोंट मशीन हैं
-05 जेट मशीन हैं 2 हजार लीटर की
जबलपुर। कोरोना के मामले जबलपुर शहर में लगातार बढ़ रहे हैं, लेकिन सेनेटाइजेशन की गति सुस्त हो गई है। जबलपुर नगर निगम के पास साढ़े सात सौ लीटर के लगभग सेनेटाइजर का स्टॉक शेष है। रोजाना पचास लीटर के लगभग सेनेटाइजर की खपत हो रही है। हालांकि, जब कोरोना के पॉजिटिव केस की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है उस स्थिति में नगर निगम की ओर से कोरोना से निपटने के लिए टीम भी कम कर दी गई है। इससे संक्रमण फैलने का खतरा भी बढ़ रहा है। निगम के 79 वार्डों के लिहाज से देखा जाए, तो एक वार्ड के लिए एक लीटर सेनेटाइजर भी उपलब्ध नहीं है। जानकारों का कहना है कि जिम्मेदारों ने कोरोना की गम्भीरता से लेना शायद कम कर दिया है।लॉकडाउन-1 के दौरान राजस्थान की एक कम्पनी ने सीएसआर बल्क में सेनेटाइजर उपलब्ध कराया था।
मर्ज बढ़ा तो टीम घटा दी
शहर में अब जब ज्यादा सेनेटाइजेशन की जरूरत है तो नगर निगम ने मर्ज बढऩे पर टीम की संख्या कम कर दी। अप्रेल, मई, जून में आठ टीमें सेनेटाइजेशन का काम कर रही थी। पहले जहां 22 टीमें ग्राउंड लेबल पर कार्य कर रही थीं। इनमें 176 के लगभग कर्मचारी थे। अब इनकी संख्या घटकार 6 कर दी गई हैं। प्रत्येक टीम में 8 सदस्य है। कोरोना के मरीज बढऩे के साथ ही शहर में कंटेनमेंट एरिया भी बढ़े हैं। शहर में अभी 24 कंटेनमेंट एरिया हैं। जानकार बताते हैं कि इस क्षेत्र में भी नियमित सेनेटाइजेशन नहीं हो रहा है। उधर, सम्भागायुक्त व प्रशासक नगर निगम महेशचंद्र चौधरी का दावा है कि
शीघ्र ही नगर निगम को सेनेटाइजर उपलब्ध कराया जाएगा। सुरक्षा संस्थान, विकास कार्यों में संलग्न ठेकेदारों व अन्य कम्पनियों, उद्योग जगत से सीएसआर के तहत सेनेटाइजर उपलब्ध कराने चर्चा करेंगे।