
जबलपुर. रानी का शौर्य, पराक्रम कैसे हम भूल गए, विरासत का वैभव-गौरव कैसे हम भूल गए...? वनवासी क्षेत्रों से आए बच्चों की इस प्रस्तुति ने जनजाति कार्यकर्ता समागम में हजारों लोगों को रोमांचित कर दिया। वेटरनरी विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित विराट सम्मेलन में वनवासी बच्चों ने एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। आदिवासी संस्कृति और बच्चे बच्चियों की सुंदरता को देखकर मौजूद सांसद विधायक व समस्त नारी शक्ति मोहित हो गई। सबने खूब तारीफ की। इससे पूर्व २० जिलों से आए पांच हजार से ज्यादा वनवासियों की शोभायात्रा शहीद शंकर शाह, रघुनाथ शाह के बलिदान स्थल से निकली तो संस्कारधानी में पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। शोभायात्रा में गोंडवाना साम्राज्य के शौर्य, पराक्रम व वनदेवताओं की जीवंत झांकियों ने शहरवासियों का मन मोह लिया। ऊं ट, घोड़े, बैल गाडि़यों में पारम्परिक वाद्य यंत्रों के साथ मंडलियों की प्रस्तुति ने मनमोह लिया।

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