शहर में 24 घंटे में दो हत्याओं से लोग दहशत में हैं। तिलवारा क्रेशर से पूर्व संजीवनी नगर क्षेत्र में 17 वर्षीय राहुल कोरी की गले, सिर व चेहरे पर धारदार हथियार से वार कर हत्या कर दी गई। संजीवनी नगर मामले में जहां पुलिस संदेहियों को चिन्हित कर चुकी है। वहीं तिलवारा के प्रकरण में अभी आरोपी अज्ञात हैं। पुलिस अजय के मोबाइल सीडीआर की मदद से आरोपियों तक पहुंचने की जुगत में है। उसके कुछ करीबी दोस्तों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
बरगी सीएसटी रवि चौहान ने बताया कि क्रेशर बस्ती निवासी अजय बैरागी कारपेंटर का काम करता था। देर रात अज्ञात आरोपियों ने सर पर पत्थर पटक कर उसे मौत के घाट उतार दिया। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी भाग निकले। स्थानीय लोगों ने खून से लथपथ शव को देखा। उन्होंने ही इसकी सूचना परिजनों और पुलिस को दी। परिजन व पुलिस मौके पर पहुंचे तब तक अजय की मौत हो चुकी थी।
बता दें कि इससे पहले संजीवनी नगर में एक हत्या हुई थी जिसके बाद देर रात तिलवारा क्षेत्र की क्रेशर बस्ती में 22 वर्षीय युवक की हत्या कर दी गई। घर से 50 मीटर की दूरी पर बदमाशों ने उसके सिर पर धारदार हथियार व पत्थर से पटक कर हत्या कर दी। पिता ने रोते हुए पुलिस को बताया, बेटे के साथ मारपीट की सूचना पर पहुंचा तो वह खून से लथपथ पड़ा था। ऑटो से अस्पताल ले जा रहा था, तभी रास्ते में ही उसने मेरी गोद में दम तोड़ दिया। इतना कहते-कहते पिता की बिलख-बिलख कर रो पड़े।
बताया जा रहा है कि तिलवारा क्रेशर निवासी अजय बैरागी कारपेंटर का काम करता है। पिता सरवन दास बैरागी घर में ही किराने की छोटी सी दुकान चलाते है। पिता सरवन के मुताबिक बेटा सुबह काम पर चला गया था। रात 8.30 बजे वह काम से लौटा और घर में टिफिन रखकर दोस्तों के साथ निकल गया। रात 10.30 बजे के लगभग दो लोग उसके घर दौड़कर आए और बोले कि अजय सामने खून से लथपथ पड़ा है।
तिलवारा टीआई के मुताबिक अजय बैरागी घायल हालत में 50 मीटर दूर मिला था। पिता सरवन उसे ऑटो से लेकर मेडिकल पहुंचा, लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। मेडिकल से सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची। पुलिस ने घटनास्थल से एक खून से सना पत्थर और एक चाकूनुमा मुड़ा हुआ धारदार हथियार जब्त किया। मौके पर एफएसएल की टीम भी पहुंची थी। अजय के सिर पर धारदार हथियार से और सिर व चेहरे पर पत्थर से वार कर हत्या की गई है।
पुलिस ने अजय का मोबाइल जब्त कर लिया है। क्रेशर बस्ती घनी बसाहट वाली है। घर से 50 मीटर पर अजय की हत्या कर दी गई। बावजूद किसी ने हत्यारे को नहीं देखा। ये पुलिस की समझ से परे है। पुलिस का कहना है कि मारपीट हुई होगी तो शोर-शाराबा और चीख तो निकली होगी। फिर किसी ने कुछ सुना नहीं, देखा नहीं यह भला कैसे संभव है। टीआई तिलवारा सतीष पटेल के मुताबिक हत्यारे क्रेशर बस्ती के ही हो सकते हैं और ज्यादा उम्मीद है कि वो अजय को करीब से जानने वाले ही हैं।
पिता सरवन दास ने मरचुरी में रोते हुए बताया कि उनके दो बेटों व दो बेटियों में अजय सबसे छोटा था। बेटियों की शादी हो चुकी है। बड़े बेटे की भी शादी हो चुकी है। अजय की शादी के लिए रिश्ते आ रहे थे। मुझे क्या पता कि वह ऐसे छोड़ जाएगा। बेटे अजय की मौत से मां सीताबाई का भी रो-रो कर बुरा हाल था। पीएम हाउस पर क्रेशर बस्ती के कई दोस्त पहुंचे थे। वो भी उसकी हत्या के कारण को लेकर कुछ नहीं बता पा रहे हैं।