8 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Jagannath Rath Yatra 2019 : गुरु पुष्य योग में होंगे भगवान जगन्नाथ के दर्शन,दूर होंगे कष्ट

भगवान जगन्नाथ का भात खाने से शारिरिक कष्टों से मुक्ति मिलती है, साथ ही उनके दर्शन से दुखों का नाश होता

2 min read
Google source verification
jagannath yatra news. sikar news. pakistan jaganath yatra. sikar today news. tranding news.

bhagwan jagannath,Bhagwan Jagannath Rath Yatra,

जबलपुर। जगन्नाथ भगवान साल में एक बार अपने भक्तों का हाल जानने स्वयं नगर भ्रमण पर निकलते हैं। वे उन लोगों को भी दर्शन देते हैं जो उनके दरबार में नहीं आ सकते। ऐसे में यदि ग्रहों का शुभ योग बन जाए तो फिर क्या कहने। इस बार रथ यात्रा 4 जुलाई को धूमधाम से निकाली जाएगी। भगवान के दर्शन पूजन करने वाले बड़ी संख्या में रथयात्रा मार्ग पर पहुंचकर भगवान का स्वागत पूजन करेंगे। वहीं भगवान जगन्नाथ अपना भात रूपी प्रसाद देकर उनके कष्टों का हरण करेंगे। ऐसी मान्यता है कि भगवान जगन्नाथ का भात खाने से शारिरिक कष्टों से मुक्ति मिलती है, साथ ही उनके दर्शन से दुखों का नाश होता है।

surya grahan 2019: अमावस्या पर सूर्य ग्रहण का यहां होगा सबसे ज्यादा असर

चार जुलाई को निकलेगी रथयात्रा, तैयारियां तेज
संस्कारधानी में भगवान जगन्नाथ स्वामी की रथयात्रा की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। ज्योर्तिविदों के अनुसार इस बार विशेष योग में भगवान जगन्नाथ स्वामी नगर भ्रमण करेंगे। चार जुलाई को गुरु पुष्य योग में रथयात्रा निकाली जाएगी। बड़ा फुहारा में शाम चार बजे जगन्नाथ पुरी की तर्ज पर संतगण स्वर्ण जडि़त झाड़ू से मार्ग की सफाई कर महाआरती करेंगे।

Devshayani Ekadashi 12 जुलाई को, 4 महीने तक शयन करेंगे भगवान, बंद रहेंगे मांगलिक कार्य

जगन्नाथ स्वामी रथयात्रा में बड़ा फुहारा में 11 सुसज्जित रथों का संगम होगा। रथयात्रा में आरोग्यता की प्राप्ति की कामना से लोग भगवान के रथ खींचेंगे। जगन्नाथ स्वामी की रथयात्रा में आस्था और भारतीय संस्कृति की झलक भी दिखाई देगी। संस्कारधानी में भगवान जगन्नाथ स्वामी की रथयात्रा निकालने की परम्परा करीब 150 साल पुरानी है। भगवान जगदीश मंदिर गढ़ा फाटक, हनुमानताल, घमंडी चौक सहित 11 संस्थाएं रथयात्रा की तैयारियां कर रही हैं।
ज्योतिर्विद जनार्दन शुक्ला ने बताया, आषाढ़ शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा निकाली जाएगी। गुरुवार को पुष्य नक्षत्र होने के कारण गुरु पुष्य योग बन रहा है। इस दिन भगवान के दर्शन और पूजन का विशेष फल प्राप्त होगा। शुभ कार्यों के लिए भी विशेष योग है।