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अपहरण-हत्या के आरोपी ने पुलिस अभिरक्षा में पिया एसिड, मौत

locationजबलपुरPublished: Aug 02, 2020 11:30:53 pm

Submitted by:

santosh singh

-नरसिंहपुर जिले के सुआतला थाने की बरमान चौकी की घटना, जबलपुर के निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत-आईजी ने मामले में सुआतला टीआई व बरमान चौकी प्रभारी सहित पांच को किया निलम्बित

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जबलपुर। अपहरण-हत्या के मामले में पुलिस अभिरक्षा में लिए गए 20 वर्षीय युवक ने एसिड पी लिया। मामला नरसिंहपुर जिले के सुआतला थाने की बरमान चौकी की घटना है। युवक को गम्भीर हालत में नरसिंहपुर से रेफर करने पर जबलपुर निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां इलाज के दौरान रविवार सुबह उसकी मौत हो गई। लार्डगंज पुलिस ने शव का पीएम कराने के बाद केस डायरी नरसिंहपुर को ट्रांसफर कर दिया। मामले में न्यायिक जांच शुरू कर दी गई है।
लार्डगंज टीआई मधुर पटेरिया ने बताया कि अपहरण के मामले में नरसिंहपुर जिले की सुआतला की बरमान चौकी पुलिस ने नारायण लडिय़ा (20) को अभिरक्षा में पूछताछ के लिए उठाया था। इसी प्रकरण में उसके पिता अमर लडिय़ा और मां उमा बाई लडिय़ा को भी हिरासत में लिया है। नारायण ने शुक्रवार को चौकी में विवेचक रूप में एसिड पी लिया। उसे नरसिंहपुर में प्राथमिक उपचार के बाद जबलपुर रेफर कर दिया गया था। यहां निजी अस्पताल में इलाज के दौरान रविवार सुबह उसकी मौत हो गई। लार्डगंज पुलिस ने नरसिंहपुर को इस मामले की सूचना दे दी है।
सुआतला टीआई सहित पांच निलम्बित
आईजी भगवत सिंह चौहान ने पुलिस अभिरक्षा में हुई मौत को लापरवाही मानते हुए सुआतला टीआई अशोक दाहिया, बरमान चौकी प्रभारी ओपी शर्मा, एएसआई जीएस राजपूत आरक्षक अभिषेक पासी और महिला आरक्षक रुचि शुक्ला को निलम्बित कर दिया है। जबकिचौकी में तैनात होमगार्ड सैनिक अरविंद, जानकी साहू और बसंत परते की किट जमा कराई गई है। नरसिंहपुर डीजे के आदेश पर जबलपुर में प्री न्यायिक जांच शुरू कर दी है। जज की मौजूदगी में ही शव का पंचनामा कर पीएम कराया गया। इसके बाद शव का पिता व मां की मौजूदगी में यहीं पर अंतिम संस्कार कराया गया। उधर, रविवार को बरमान पुलिस ने परिस्थित जन्य साक्ष्य के आधार पर धारा 302 व 201 भादवि भी बढ़ा दिया है।
ये है पूरी घटना-
बंदी पिठहेरा निवासी परमलाल सिंह अपने साले चांवरपाठा निवासी अमर सिंह लडिय़ा के घर आया हुआ था। इसके बाद वह रहस्यमय ढंग से गायब हो गया। 26 जुलाई को परमलाल के भाई ने उसकी हत्या की आशंका व्यक्त करते हुए चौकी में गुमशुदगी दर्ज कराई। छानबीन में सामने आया कि परमलाल 28 जुलाई को अमर सिंह के घर आया था। इस पर पुलिस ने धारा 365 का प्रकरण दर्ज करते हुए अमर सिंह, उसकी पत्नी उमाबाई व बेटे नारायण को आरोपी बनाते हुए हिरासत में लिया। पुलिस का दावा है कि पूछताछ में तीनों ने परमलाल की गला दबाने और हथौड़े से वार कर हत्या करने की बात स्वीकार की। तीनों ने शव को बोरे में भरकर नर्मदा में फेंकने की बात बतायी। उनकी निशानदेही पर आरोपी की बाइक, गमछा, जूता व मोजा एक गड्ढे से और मोबाइल झाडिय़ों से बरामद किया गया। हालांकि पुलिस अब तक शव तलाश नहीं कर पायी। पिता अमर सिंह व मां का आरोप है कि पुलिस ज्यादती से परेशान होकर उसके बेटे नारायण ने एसिड पी लिया। उसकी हालत बिगडऩे पर आनन-फानन में जबलपुर रेफर किया गया था।
वर्जन-
नारायण लडिय़ा हत्या का आरोपी है। बरमान चौकी में पूछताछ के लिए लाया गया था। उसी दौरान उसने टॉयलेट क्लीनर पी लिया। जबलपुर निजी अस्पताल में उसकी मौत हो गई। मामले में न्यायिक जांच के आदेश हुए हैं।
अजय सिंह, एसपी, नरसिंहपुर
वर्जन
बरमान चौकी में 26 जुलाई परमलाल लडिय़ा की गुमशुदगी लिखाई गई थी। 28 को 365 का प्रकरण दर्ज किया गया। मामले में अमर सिंह, उसकी पत्नी उमा और बेटे नारायण की संलिप्तता मिली। नारायण ने पुलिस अभिरक्षा में विवेचक कक्ष में रखा ट्वालट क्लीनर पानी समझ कर पी लिया। इससे उसकी जबलपुर में इलाज के दौरान मौत हो गई। मामले में टीआई सहित पांच को निलम्बित किया गया है।
भगवत सिंह चौहान, आईजी

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