टीआई आरके मालवीय की मानें तो पूछताछ में जो बात सामने आई है उसके अनुसार प्रौढ़ महिला, तुलसाबाई की शादी 1987 में हुई थी। शादी के बाद से ही पति हरिनारायण, जेठ सूरज और जेठानी ऊषा चौधरी उसे प्रताड़ित करने लगे थे। उसे छोटी-छोटी बातों पर परेशान किया जाता रहा। बीते तीन दशक तक वह महिला सबकुछ सहती रही। इस दौरान ऐसे भी मौके आए जह उसे मारपीट कर घर से निकाल दिया गया। वह सब कुछ परिवार के लिए सहती रही लेकिन जब दर्द असहनीय हो गया तो उसने खुदकुशी कर ली।
बताया जा रहा है कि गत छह जनवरी की सुबह 11 बजे तुलसा बाई (55) ने फांसी लगा कर खुदकुशी कर ली। उसका शव बंद कमरे में लटका मिला था। उसके भतीजे आकाश व विकास ने दरवाजा तोड़कर शव को निकाला था। पति हर नारायण चौधरी ने इसकी सूचना थाने में दी थी। पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर मामला जांच में लिया था।
अब पुलिस ने मायके वाले और बेटे के बयान के आधार पर एक महीने बाद 5 फरवरी को तीनों के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज कर लिया। पुलिस ने आरोपी पति हरिनारायण और उसके भाई सूरज को गिरफ्तार भी कर लिया है।