बता दें कि संगम कॉलोनी निवासी राजकुमार जैन को विगत दिवस फेफड़ों में संक्रमण व निमोनिया के इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल के कोविड-19 सस्पेक्टेड वार्ड में भर्ती कराया गया था। राइट टाउन स्थित निजी अस्पताल के डॉक्टरों द्वारा मरीज को भर्ती करने से इंकार के बाद उन्हें मेडिकल ले जाया गया था। शनिवार को उनकी कोरोना की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उपचार के लिए मेडिसिन वार्ड में शिफ्ट किया गया था। परिजनों का आरोप है कि वार्ड में शिफ्ट करने के बाद राजकुमार को समय रहते ऑक्सीजन नहीं लगाई गई जिसके चलते उनकी मौत हो गई। लापरवाही से हुई मौत को लेकर उन्होंने विरोध जताया तो वार्ड का दरवाजा भीतर से बंद कर, वार्ड में अंधेरा कर उनके साथ जूनियर डॉक्टरों ने मारपीट की जिसमें कई लोग घायल हुए थे।
इस मामले में जबलपुर परचून ट्रासंपोर्ट संघ के अध्यक्ष अजीत तिवारी के नेतृत्व में गुरुवार को ट्रांसपोर्टस ने पुलिस महानिरीक्षक के नाम ज्ञापन सौंपा। जिसमें 6 अगस्त 2020 को हुई मेडिकल के जनरल वार्ड में मृत मरीज के स्वजनों के साथ की गई मारपीट की घटना की जांच करवाने और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की गई।
ज्ञापन सौंपने वालों में ट्रक ऑनर एसोसिएशन, जबलपुर गुड्स टैक्निक, गुड्स एसोसिएशन के पदाधिकारी मौजूद रहे।