#MetroBusOffRoute वीआईपी मूवमेंट के कारण नहीं चलीं मेट्रो बस, ऑटो चालकों ने वसूला मनमाना किराया
जबलपुर. शहर में शुक्रवार को मेट्रो बसें सड़क पर नजर नहीं आई। कारण था वीआईपी मूवमेंट के लिए बसों का अधिग्रहण। इस कारण रोज मेट्रो बस में सफर करने वालों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। किसी भी रूट पर मेट्रो बसें नहीं चलीं। पहले जिला परिवहन कार्यालय शहर के स्कूल कॉलेजों की बसों का अधिग्रहण करता था। लेकिन पहली बार मेट्रो बसों का अधिग्रहण किया गया। इससे स्कूल कॉलेज के छात्र-छात्राओं से लेकर मजदूर और नौकरीपेशा लोगों को परेशानी हुई।
दोगुना वसूला किराया
शहर में बसों में रोजाना एक से डेढ़ लाख यात्री सफर करते हैं। इनमें स्कूल कॉलेज के छात्र छात्राओं से लेकर मजदूर और नौकरीपेशा तक शामिल हैं। शुक्रवार को मेट्रो बसों के बंद होने का फायदा ऑटो चालकों ने उठाया। उन्होंने हर एक रूट का किराया दोगुना कर दिया। कोमल गुप्ता और पुष्पा श्रीवास ने बताया कि उन्होंने मेट्रो बस का पास बनवाया है। वे रोजाना मेट्रो बस से कॉलेज आती और जाती हैं। लेकिन शुक्रवार को मेट्रो बसें नहीं चलीं। गुरुवार को इसकी सूचना मेट्रो बस के चालक और परिचालक ने नहीं दी। उन्हें ऑटो से कॉलेज जाना पड़ा। चालक ने ज्यादा किराया लिया।
इन रूटों पर दिक्कत
- खमरिया से रेलवे स्टेशन
- रेलवे स्टेशन से तिलवारा
- तीन पत्ती बस स्टेण्ड से भेड़ाघाट
- रेलवे स्टेशन से पनागर
ऑफिस जाने में हो गए लेट
तीन पत्ती, नौदरा ब्रिज, घमापुर चौक और कांचघर चौक से कई फैक्ट्री कर्मी मेट्रो बसों से फैक्ट्री आना-जाना करते हैं। वे निर्धारित समय पर स्टॉप पर तो पहुंच गए, लेकिन मेट्रो बसें नहीं आई। इसके चलते वे फैक्ट्री पहुंचने में लेट हो गए।
जिम्मेदारों का कहना है...
शहर में आयोजित राजनीतिक कार्यक्रम के लिए जिला परिवहन अधिकारी द्वारा 60 मेट्रो बसों का अधिग्रहण किया गया था। इसके चलते किसी भी रूट पर मेट्रो बसों का संचालन नहीं हो सका।
- सचिन विश्वकर्मा, सीईओ, जेसीटीएसएल