अब स्कूल शिक्षा विभाग ने ऐसे स्कूलों का दोबारा नए सिरे से सत्यापन करा रहा है। वित्त नियंत्रक पंकज मोहन के निर्देश के बाद स्कूलों के बैंक अकाउंट, लेजर बुक, प्राचार्यों के खाते आदि को चेक कर पता लगाया जाएगा कि उनके खातों में राशि आई है कि नहीं। इसके अलावा खाता नंबर अपडेट न होने, अधूरी केवाईसी जैसे बिंदुओं की भी जानकारी ली जा रही है। जानकारों का कहना है कि एक परिसर एक शाला के चलते कई जिलों में स्कूलों को मर्ज कर दिया गया। स्कूल मर्ज हो जाने के बाद उनके बैंक खाते भी बंद कर दिए गए हैं।