रादुविवि में ऑनलाइन पढ़ाई के तैयार हो रहा ‘ मिनी स्टूडियो ’
ऑडियो विजुअल होगी लैब, आसानी से किए जा सकेंगे लैक्चर तैयार, पहली होगी इस तरह की व्यवस्था

मयंक साहू @ जबलपुर .
कोरोना संक्रमण के चलते कॉलेज से लेकर विश्वविद्यालय तक पढ़ाई प्रभावित हुई है। अधिकांश कार्य ऑनलाइन आधारित हो गया है। एेसे में रादुविवि में तकनीकी आवश्यकताओं की बढ़ती मांग को देखते हुए ऑनलाइन पढ़ाई को लेकर मिनी स्टूडियो तैयार किया रहा है । यह स्टूडियो पूरी तरह डिजीटल फार्म में होगा जिसके माध्यम से वीडियो लैक्चर, ऑडियो लैक्चर, क्लिपिंग आदि बेहतर क्वॉलिटी और तकनीक के साथ तैयार की जा सकेगी। अभी तक विश्वविद्यालय में एेसी कोई व्यवस्था उपलब्ध नहीं हैं। वर्तमान परिस्थितियों में बढ़ती आवश्यकताओं को देखते हुए विश्वविद्यलय की डिवल्पमेंट कमेटी ने भी इसकी स्वीकृति प्रदान कर दी है।
सांउड प्रूफ स्टूडियो तैयार
विश्वविद़यालय द्वारा फिलहाल सांउड प्रूफ स्टूडियो तैयार कर लिया गया है। स्टूडियो में लगने वाले आधुनिक तकनीकी उपकरणों की आपूर्ति के लिए आर्डर जारी कर दिए गए हैं। इसमें हाईडेफीनेशन कैमरा, ऑडिया, विजयुल डिवाईस, माईक, रिकार्डिंग सिस्टम, टीवी, कम्प्यूटर, फ्लेश लाईट, प्रोजेक्टर आदि तकनीकी व्यवस्थाएं होंगी। इसमे तैयार होने वाले लैक्चर बेहद ही हाईक्वालिटी से युक्त होंगे। करीब 7 लाख रुपए की राशि इसमें खर्च की जाएगी। इस माह तक यह बनकर तैयार हो जाएगा।
पत्रकारिता विभाग में होगा तैयार
इस स्टूडियो को जर्नलिज्म डिपार्टमेंट में तैयार किया जा रहा है। हर विभाग के प्राध्यापक यहां पर आकर अपने विषयों के लैक्चर को तैयार कर सकेंगे। वहीं डिस्प्ले बोर्ड में इसे देख भी सकेंगे। पत्रकारिता विभाग के एचओडी प्रोफसर धीरेंद्र पाठक कहते हैं कि पत्रकारिता विभाग में स्टूडियो को बनाने का उद्देश्य इसका लाभ आगे चलकर जर्नलिज्म का कोर्स करने वाले छात्र-छात्राओं को भी मिल सकेगा। मिनि स्टूडियों में धीरे-धीरे अन्य आधुनिक सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी। साउंड प्रूफ हाल बन गया है।
अभी तक नहीं व्यवस्था
उच्च शिक्षा विभाग द्वारा सभी कोरोना संक्रमण के चलते विवि कॉलेज बंद होने के कारण ऑनलाइन पए़ाई कराने के निर्देश दिए हैं। विवि के पास फिलहाल एेसा कोई सेटअप उपलब्ध नहीं है। प्राध्यापक वीडियो लैक्चर किसी दूसरे की तकनीकी मदद से खुद अपने मोबाइल पर तैयार करते हैं। कई बार ऑडियो-वीडियो क्वॉलिटी उम्दा न होने के कारा वीडियो लैक्चर स्पष्ट नहीं होते जिससे छात्रों को भी परेशानी उठानी पड़ती है।
वर्जन
- ऑडियो-वीडियो लैक्चर तैयार करने मे प्राधपकों को इससे कापी मदद मिलेगी। वर्तमान परिप्रेक्ष्य में शिक्षण व्यवस्था और भी बेहतर होगी। ऑफलाइन के साथ ही ऑनलाइन मोड पर भी काम चलेगा। प्राध्यापकों और छात्रों को भी लाभ मिलेगा।
-प्रो.कपिलदेव मिश्र, कुलपति रादुविवि
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