हर वर्ग को राहत की उम्मीद
महंगाई पर लगाम लगे, रोजगार के मौके बनें, तभी बनेगी बात
आत्मनिर्भर मप्र पर गम्भीरता जरूरी
महंगाई नियंत्रण के स्तर पर शासन के हाथ में ज्यादा कुछ नहीं है। वह बजट में कुछ नीतिगत निर्णय लागू कर सकती है। सरकार जबलपुर सहित प्रदेश के सभी जिलों में युवाओं को निवेश के लिए प्रोत्साहित करे। खाली पड़ी शासकीय भूमि स्टार्टटप के गु्रप को लीज पर दे। इससे रोजगार बढ़ेगा। आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के रोडमैप के लिए बजट मिलने से विकास बढ़ेगा।
– डॉ. आशीष शर्मा, अर्थशास्त्री
पेट्रोल और डीजल पर वैट कम हो
बजट से आम आदमी को बड़ी उम्मीद है। प्रदेश सरकार को पेट्रोल और डीजल पर अपने मद का वैट कम करना होगा। इससे कीमतों में कमी आएगी। पेट्रोल और डीजल के बढ़ते मूल्यों का असर जरूरी चीजों पर होता है। बजट में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नीति घोषित करनी चाहिए। इसमें निजी क्षेत्र को प्रोत्साहित किया जाए। जबलपुर में इसकी व्यापक सम्भावनाएं हैंं।
– कमल ग्रोवर, व्यवसायी
स्वरोजगार योजनाओं को मिले बजट
कोरोना के कारण प्रदेश सरकार की स्वरोजगार योजनाएं बंद पड़ी हैं। इन्हें शुरू करने के लिए बजट में प्रावधान किया जाना चाहिए। पूर्व की उद्योगनीति में भी सुधार जरूरी है। कई तरह की सब्सिडी खत्म की गई हैं, यदि उन्हें चालू किया जाता है तो नए उद्योगों की स्थापना को प्रोत्साहन मिलेगा। निजी इंडस्ट्री में आरक्षण व्यवस्था को शिथिल करना चाहिए। इससे नई इंडस्ट्री में रोजगार मिलना पहले जैसा आसान होगा।
– एमके मिश्रा, उद्योगपति