प्रदेश में अगर बिजली का टैरिफ बढ़ता है तो निश्चित रूप से आम जन का बजट गड़बड़ा जाएगा। कोरोना की तीसरी लहर से जूझकर निकले लोग रोजगार और महंगाई से लड़ रहे हैं, लोगों के पास आज पैसा नहीं है। ऐसे में बिजली का बिल भी बढ़ गया तो खासी मुश्किलें का सामना करना पड़ेगा।
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प्रदेश में बिजली के टैरिफ बढ़ोत्तरी को लेकर राज्यसभा सांसद विवेक तंखा ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है। विवेक तंखा ने कहा कि पिछले 2 साल जनता के कोरोना के संकट से गुजर रही है, 2 सालों में लोगो के रोजगार छीन गए हैं। जमता की आर्थिक स्थिति ठीक नही हैं। इसलिए सरकार को बिजली के टैरिफ बढ़ाने का पर पुनः विचार करना चाहिए।
सांसद विवेक तंखा ने कहा कि प्रदेश सरकार के पास प्रावधान है कि वह परिस्थियों को देखकर अभी टैरिफ ना बढ़ाएं। लोगों के पास अपने बच्चों की स्कूल फीस देने के लिए भी पैसा नहीं है, उपचार कराने के लिए रुपए नहीं है। प्रदेश में अगर बिजली का टैरिफ बढ़ा तो राज्य की 80 फीसदी जनता पर अतिरिक्त भार पड़ेगा।
तन्खा ने कहा कि प्रदेश सरकार अपनी शक्तियों और पॉलिसी का प्रयोग कर नियामक आयोग को बताएं कि कुछ दिनों के लिए बढ़े टैरिफ को टाल दें। सांसद तंखा भी वित्त आयोग को प्रदेश की जनता की ओर से पत्र भेजेंगे। जिसमें आम जनता पर बिजली का बिल का ट्रेरिफ नहीं बढ़ाएं।