आरोप है कि गिरफ्तार ठग पर्सनल लोन दिलाने का झांसा देकर लोगों को ठगता रहा। यह गिरोह एक दो नहीं बल्कि प्रदेश के 8 जिलो में अपना जाल फैला रखा है। गिरोह ने जबलपुर के अलावा भोपाल, इंदौर, बालाघाट, ग्वालियर, खंडवा, रायसेन, नीमच और दमोह में कुल 11 लोगों से ठगी की है। सभी में एफआईआर दर्ज है और इस मास्टर माइंड की तलाश थी।
सीएसपी दीपक मिश्रा के अनुसार इस फर्जीवाड़े की शिकायत के बाद जांच की गई तो पता चला कि ठगी का मास्टर माइंड यूपी के गौतम बुद्धनगर (नोएडा) निवासी कमल कश्यप है। वह गाजियाबाद निवासी डेविड कुमार चौधरी, उत्तराखंड पिथौरागढ़ निवासी नेहा भट्ट व मनीषा भट्ट के साथ मिलकर लोगों को पर्सनल लोन दिलाने का झांसा देकर ठगते रहे। गिरोह के सदस्य लोगों से जीएसटी, प्रोसेसिंग फीस आदि के एवज में पैसे जमा कराते थे। गैंग के अन्य आरोपी पूर्व में ही गिरफ्तार हो चुके हैं।
मास्टर माइंड कमल कश्यप की गिरफ्तारी की सूचना जबलपुर पुलिस ने भोपाल क्राइम ब्रांच, तलैया थाने, निसातपुरा, कोलार पुलिस सहित इंदौर, बालाघाट, ग्वालियर, खंडवा, नीमच व दमोह पुलिस को दी है। वहां भी इसी तरह इस गैंग ने पर्सनल लोन दिलाने का झांसा देकर लोंगों से 50 हजार से लेकर एक लाख रुपए की ठगी की है। कमल के खिलाफ कुल 11 मामले दर्ज है। यह गिरोह अखबारों में विज्ञापन देकर पांच मिनट में पर्सनल लोन दिलाने का दावा कर लोगों को झांसे में फंसाता था।