नगर निगम जबलपुर
nagar nigam jabalpur : नगर निगम सदन में गुरुवार को साधारण सभा की बैठक के अंतिम दिन जमकर हंगामा हुआ। नौबत विपक्षी पार्षद पर कार्रवाई करने तथा माफी मंगवाने तक जा पहुंची। सदन ने पहली बार महापौर का गुस्सा देखा। उन्होंने बुलंद आवाज में सदन में कहा कि विपक्षी पार्षदों को बात करना तक नहीं आता है। उन्हें ये तक पता नहीं कि सदन में कैसे बात की जाती है। साथ ही वे जिन आरोपों की बात कर रहे हैं, वे सरासर झूठे हैं यही नहीं उनमें ज्ञान की कमी भी है। जिस मुद्दे को लेकर वे इतनी देर से अर्मायादित व्यवहार करते हुए कह रहे हैं, उस पर हाईकोर्ट का स्टे ऑर्डर लगा है। ऐसे में हम उस आदेश की खिलाफत नहीं कर सकते। महापौर के इस रूप को देखकर हर कोई दंग रह गया। सत्ता पक्ष के पार्षदों ने आसंदी से पार्षद पर कार्रवाई की मांग की। जोरदार हंगामा होता देख विपक्ष में बैठे पार्षदों के कहने पर आखिरकार पार्षद अनुपम जैन को महापौर से माफी मांगनी पड़ी।
नगर निगम जबलपुर
पार्षद अनुमप जैन ने कहा खाली प्लॉट पर डंपिंग स्टेशन बना लिया गया है। साथ ही उन्होंने सत्ता पक्ष पर सफाई ठेकेदारों से सांठ गांठ करने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा ऐसे लोगों को ठेका दिया गया है, जिनके पास लोग ही नहीं है। ऐसे लोगों को क्यों झेला जा रहा है। वे जिस शैली में बोल रहे थे उस पर सत्ता पक्ष बिफर पड़ा और हंगामा शुरू कर दिया। नेता प्रतिपक्ष अमरीष मिश्रा ने मामले को संभालने का प्रयास किया तब कहीं जाकर पार्षद की माफी के बाद मामला शांत हुआ।
नगर निगम जबलपुर
पार्षद ऋतु यादव ने वार्ड में सफाई व्यवस्था ठीक नहीं होने पर बर्फानी सिक्योरिटीज के मालिक को पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह का खास कह दिया। उन्होंने कहा हमारे यहां सफाई व्यवस्था ठप है, ठेकेदार को मंत्री के वार्ड में भेज दिया जाए, जहां वे रिश्तेदारी निभाएं। इस पर पूरा सदन उठ गया। अध्यक्ष रिकुंज विज, महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू, कमलेश अग्रवाल समेत अन्य पार्षद भी विरोध करने लगे। उनसे सबूत मांगा गया कि जो आरोप मंत्री पर लगाए हैं वे सदन के पटल पर सबूत के साथ रखें। अन्यथा माफी मांगे। विपक्षी अपनी ही बातों में फंसते नजर आए तो पार्षद अयोध्या तिवारी ने मामले की नजाकत को समझते कहा कि वे भावनाओं में बह गईं इसलिए बोल दिया लेकिन मुद्दा उचित है।
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डोर टू डोर कर्मचारियों की ठेकेदार द्वारा तीन महीने से पैमेंट नहीं दिए जाने को लेकर धरने पर बैठ गए। उनका कहना था कि नगर निगम की जिम्मेदारी है कि उनकी पैमेंट करवाए, ताकि वार्डों की सफाई हो सके। इस पर महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू ने तत्काल अधिकारियों को निर्देशित किया कि शुक्रवार को हड़ताल नहीं होनी चाहिए और अगले एक हफ्ते में उनकी पैमेंट कराई जाए। उन्होंने बताया कि ठेकेदारों की 15 से 25 लाख रुपए तक की पेनॉल्टी काटी गई है।
नगर निगम जबलपुर
सदन में एलएन यादव स्कूल में बनाए जा रहे शॉपिंग कॉम्पलेक्स को लेकर विरोध दर्ज कराया। उन्होंने कहा जिन्होंने शिक्षा केन्द्र बनाने के लिए जमीन दी, उनके परिजन इससे आहत हैं। इसे तत्काल रोका जाए।
सदन की कार्रवाई के दौरान सिंगल यूज प्लास्टिक के ग्लास में लस्सी लाई गई। इस पर विपक्षी पार्षद अयोध्या तिवारी ने मुद्दा उठाते हुए कहा कि इसी सदन से सिंगल यूज प्लास्टिक को बैन किया गया। लेकिन यहीं पर इस बैन की ध"िायां उड़ाई जा रही हैं। इस पर अध्यक्ष रिकुंज विज ने कहा क्षमा करें, आगे इस बात का ध्यान रखा जाएगा।
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पार्षद हर्षित यादव ने दूसरे शहरों में स्व‘छता को लेकर हो रहे कामों का उदाहरण देकर कहा कि हम क्यों नहीं सीख पा रहे इनसे, जबकि सबकुछ हमारे पास है। कागजों में कचरा उठ रहा है, शहर कचरा-कचरा हुआ पड़ा है। देश के कई शहरों में हो रहे नवाचारों को भी उन्होंने बताया, इस पर अध्यक्ष ने कहा यह अ‘छा सुझाव, विचार किया जा सकता है। जवाब में महापौर ने कहा लिखकर दो हम चलने को तैयार हैं।
Updated on:
13 Jun 2025 02:06 pm
Published on:
13 Jun 2025 02:03 pm