एमपी बोर्ड स्तर से जारी दिशा निर्देश के तहत छात्र-छात्राएं 20 जुलाई तक एमपी ऑनलाइन कियोस्क के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं। हर छात्र-छात्रा को पिछली परीक्षा में सम्मिलित न होने का वाजिब कारण भी बताना होगा। साथ ही उससे संबंधित प्रमाण-पत्र भी प्रस्तुत करना अनिवार्य है।
इन विद्यार्थियों को मिलेगा अवसर
-परीक्षा के दौरान कोरोना संक्रमित हो गए थे
– उपचार के बाद स्वस्थ हुए हो, पर क्वारंटीन रहे
-छात्र-छात्राओं को क्वारंटीन किया गया था या उनके परिवार का कोई सदस्य क्वारंटीन था, जिसके साथ वो रहते हों
– दृष्टिबाधित, मूक बधिर (दिव्यांग) छात्र स्वास्थ्य सुरक्षा कारणों से वंचित रह गए हों
-परीक्षा के दौरान कोरोना संक्रमित हो गए थे
– उपचार के बाद स्वस्थ हुए हो, पर क्वारंटीन रहे
-छात्र-छात्राओं को क्वारंटीन किया गया था या उनके परिवार का कोई सदस्य क्वारंटीन था, जिसके साथ वो रहते हों
– दृष्टिबाधित, मूक बधिर (दिव्यांग) छात्र स्वास्थ्य सुरक्षा कारणों से वंचित रह गए हों
देने होंगे ये प्रमाण-पत्र
– पॉजिटिव छात्र का डिस्चार्ज पत्र अथवा सिविल सर्जन/सीएमएचओ या बीएमओ द्वारा जारी प्रमाण-पत्र
– क्वारंटाइन विद्यार्थी को तहसीलदार या नायब तहसीलदार का प्रमाण-पत्र
– दृष्टिबाधित, मूक बधिर (दिव्यांग) छात्र के लिए स्वयं का घोषणा पत्र
– पॉजिटिव छात्र का डिस्चार्ज पत्र अथवा सिविल सर्जन/सीएमएचओ या बीएमओ द्वारा जारी प्रमाण-पत्र
– क्वारंटाइन विद्यार्थी को तहसीलदार या नायब तहसीलदार का प्रमाण-पत्र
– दृष्टिबाधित, मूक बधिर (दिव्यांग) छात्र के लिए स्वयं का घोषणा पत्र
“माध्यमिक शिक्षा मंडल फिर से बोर्ड परीक्षाएं आयोजित कर रहा है। इस परीक्षा में उन विद्यार्थियों को शामिल किया जाएगा जो कोरोना संक्रमण के कारण परीक्षा से वंचित हो गए थे।” –सुनील कुमार नेमा, जिला शिक्षा अधिकारी